सब को आजमा के देख लियाअब बस ख़ुद को आजमाना है..! -
सब को आजमा के देख लियाअब बस ख़ुद को आजमाना है..!
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इतनी आंधी के बाद भीवो पौधा वैसे ही खड़ा थाक्योंकि उसे झुकना आता था...😊 -
इतनी आंधी के बाद भीवो पौधा वैसे ही खड़ा थाक्योंकि उसे झुकना आता था...😊
चलो मैं शाम बनता हूँतुम ज़ाम बनोगी क्याकर लूं प्यार तुम से मैंमेरे प्यार का अंजाम बनोगी क्या..!! -
चलो मैं शाम बनता हूँतुम ज़ाम बनोगी क्याकर लूं प्यार तुम से मैंमेरे प्यार का अंजाम बनोगी क्या..!!
चलो अब हम भी बेंच रहे हैख़रीदो गे दिल मेरा......!! -
चलो अब हम भी बेंच रहे हैख़रीदो गे दिल मेरा......!!
ज़िन्दगी का सफर कुछ ऐसा लग रहा हैचलते हुये भी सब कुछ ठहरा सा लग रहा हैकुछ ऐसे नाराज है जिंदगी हम सेऔर पीठ पे ज़िम्मेदारी का बस्ता भारी लग रहा है..! -
ज़िन्दगी का सफर कुछ ऐसा लग रहा हैचलते हुये भी सब कुछ ठहरा सा लग रहा हैकुछ ऐसे नाराज है जिंदगी हम सेऔर पीठ पे ज़िम्मेदारी का बस्ता भारी लग रहा है..!
सफ़र में अगर हम भी बदल जाये तो ताज़्ज़ुब ना कीजियेगा...ख़ुद को निहारियेग और अपना पुराना वक़्त याद कीजियेगा...!! -
सफ़र में अगर हम भी बदल जाये तो ताज़्ज़ुब ना कीजियेगा...ख़ुद को निहारियेग और अपना पुराना वक़्त याद कीजियेगा...!!
आज शाम तुम्हारी गोद में सर रख के सोना चाहता हूँअपनी अंशु से तुम्हारी पल्लू को भिगोना चाहता हूँज़िन्दगी घिरी है परेशानियों में अब कोई आहट भी नही हैमाँ सिवा तेरे ज़िन्दगी में अब कोई चाहत भी नही है...! -
आज शाम तुम्हारी गोद में सर रख के सोना चाहता हूँअपनी अंशु से तुम्हारी पल्लू को भिगोना चाहता हूँज़िन्दगी घिरी है परेशानियों में अब कोई आहट भी नही हैमाँ सिवा तेरे ज़िन्दगी में अब कोई चाहत भी नही है...!
क्या कहे क्या ना कहे ये दिल की रज़ा हैउगता सूरज ढलते हुये ये केह गया.....अकेलापन में भी बहोत मज़ा है........!! -
क्या कहे क्या ना कहे ये दिल की रज़ा हैउगता सूरज ढलते हुये ये केह गया.....अकेलापन में भी बहोत मज़ा है........!!
एक शाम इतनी पीना चाहता हूंजहाँ सिर्फ़ तू याद रहे तेरी याद नही..!! -
एक शाम इतनी पीना चाहता हूंजहाँ सिर्फ़ तू याद रहे तेरी याद नही..!!
कोई ना पहचान पाया मुझे क़रीब सेकुछ अंधे थे और कुछ अंधेरे में थे..!! -
कोई ना पहचान पाया मुझे क़रीब सेकुछ अंधे थे और कुछ अंधेरे में थे..!!