Sarika Soni   (Sarika quotes)
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Joined 3 May 2019


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6 HOURS AGO

एक समय की बात है एक परी बच्चों को हाथी और चींटी की कहानी सुनाती है....
सुनो बच्चों___एक जंगल में एक बड़ा ही घमड़ी हाथी रहता था वह चाहता था सब जानवर उसके सामने झुकें जो नहीं झुकता था वह उन्हें सजा देता था।

एक बार एक चींटी खाना लेकर जा रही थी तो उसने हाथी को सलाम नहीं किया जिससे वह नाराज हो गया और चींटी के ऊपर सूंड में पानी भरकर
डाल दिया जिससे उसका खाना गिर गया।चींटी घर जाकर सोचती हैअब ऐसा क्या करूं जिससे हाथी को सबक सीखा सकूं।वह जाती है जहां हाथी सोया था और उसकी सूंड में घुसकर जोर से काट देती है जिससे हाथी चिल्ला उठता है कुछ देर बाद चींटी बाहर आ जाती है हाथी उससे माफ़ी मांगता है कि अब दोबारा ऐसा नहीं करेगा।

हमें इस कहानी से ये शिक्षा मिलती है कि देखने से कोई छोटा बड़ा नहीं होता । बुद्धि से बड़ा होता है। घमंड किस बात का....

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11 HOURS AGO

कुछ यादें
कभी खत्म नहीं होती

हमेशा झड़ती रहतीं हैं
किसी पतझड़ की तरह

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30 APR AT 21:28

पीछे मुड़कर कभी देखने को जी
तो नहीं चाहता पर कभी कभी
अतीत से कुछ आवाज़ें शोर
मचाती हैं कानों में जिन्हें हम
ना सुनना चाहते ना समझना!!


अतीत पर पता नहीं क्यों मिट्टी
डालकर बस भाग जाना चाहते
हैं हम ये सोचकर कि आगे कुछ
जरूर हमारे लिए अच्छा होगा!!

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30 APR AT 14:30

दर्द क्या है दर्द किसे नहीं होता,
दर्द क्यों होता है कौन दर्द में रोता है।


दर्द सभी को होता है छुपाने वाले को भी,
और सामने दर्द बताने वाले को भी होता है।


दर्द चुपचाप आंसुओं के रास्ते बाहर आता है,
तो कभी जुबां से अपनी पीड़ा को बताता है।


मोहब्बत का दर्द इंसान कागज़ पर उकेरता है,
क्योंकि उसका दिल ये दर्द इससे ज्यादा सह नहीं सकता है।

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29 APR AT 21:27

जहां से चले थे वही आ गए हैं
शायद इसलिए कहते भी हैं
कि ये दुनिया गोल है.....

बचपन से शुरुआत करके
बुढापे तक इंसान पहुंचता है
और बुढ़ापा बचपन का ही
पुनरागमन होता है.....

बीज से पेड़ बनता है
फ़िर फल लगता है
और फल में बीज
होते हैं यही क्रिया
निरंतर चलती रहती है....

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28 APR AT 22:50

कभी जब तुम पर बेशुमार प्यार आया तो ,
खत की बातें भी कुछ गुलाबी हो गईं सनम...

जब कभी उदासी छाई रोने का मन हुआ तो,
खत में भी मायूसियत सी छा गई सनम...

कभी जब मौसम बदले पतझड़ सावन बसंत बहार,
तो खतों ने भी खुद में सारी वादियां समेट लीं सनम।

हमें तो बहुत शौक है यूं ही खत लिखने का,
काश ये सिलसिला यूं ही चलता रहे सनम...।

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28 APR AT 15:31



अब गुलाबों के बारे में
और क्या ही बोलें.....




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Caption



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28 APR AT 13:46

खूबसूरती की क्या परिभाषा दें
तुम्हें ......


Plz read caotion

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28 APR AT 13:06

गुलाब तो महज़ इक बहाना है सनम दरअसल ।
मुझे आपके खूबसूरत से दिल में जगह बनाना है।।

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27 APR AT 22:47

💜💜💜💜💜💜💜
आंखों में चुभ रहा है गम
इस गम से पता नहीं बाहर
कब निकल पाएंगे हम...

लगता है अश्कों के साथ
ही बह पाएगा ये गम
तभी हो पाएगा मेरा
ये दर्द_ए_दिल भी कम...


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