तुम्हारे मन का दर्द ना जान पायेंगे सब के सब समय से आगे आयेंगे हमे भी चलना होगा नही तो रह जायेंगे जरूरी है तभी सबकी खुशियो के साथ रह पायेंगे कितनी भी कोशिश चाहे कर जायेंगे तुम्हारे मन का दर्द ना जान पायेंगे यू तो बात होती नही किसी से, अब ओर भला किससे कर पायेंगे तुम्हे मिले सारी खुशिया,आब तो बस यही कह पायेंगे तुम्हारे मन का दर्द ना जान पायेंगे
कुछ तो महक रहा है कही उठा धुआ तो नही धुआ तो उठ रहा है कही लगी आग तो नही आग तो लग गयी है कही कोई बात तो नही बात तो है कही कोई राज़ तो नही राज़ तो है कोई ये राज़ जान ले इतना हमारे कोई पास नही