वो कहता है तूने हर सौदा घाटे का किया है,उसका लेके ताउम्र का दर्द,बदले में उसको अपना एक दिल ही तो दिया हैं। -
वो कहता है तूने हर सौदा घाटे का किया है,उसका लेके ताउम्र का दर्द,बदले में उसको अपना एक दिल ही तो दिया हैं।
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जबसे तेरे शहर की गलियों ने हमसे मुँह मोड़ लिया ,हमने भी ख़्वाहिशों का शहर सजाना छोड़ दिया। -
जबसे तेरे शहर की गलियों ने हमसे मुँह मोड़ लिया ,हमने भी ख़्वाहिशों का शहर सजाना छोड़ दिया।
तेरी दहलीज़ से रुख़्सत हुआ दिल,कभी ना कभी तो ढूँढ ही लेगा नई मंज़िल। -
तेरी दहलीज़ से रुख़्सत हुआ दिल,कभी ना कभी तो ढूँढ ही लेगा नई मंज़िल।
जो उड़ जाए,वो उसकी राह में उबैद है,जो उड़ ना सका,बस वहीं तो रिश्तों में क़ैद है। -
जो उड़ जाए,वो उसकी राह में उबैद है,जो उड़ ना सका,बस वहीं तो रिश्तों में क़ैद है।
मैं संग जिस जिस के चला ,वो उड़ सा गया ,और मैं चलते चलते बस ठहर सा गया। -
मैं संग जिस जिस के चला ,वो उड़ सा गया ,और मैं चलते चलते बस ठहर सा गया।
सब रास्ते तेरी तरफ़ ही जाते हैं,जो तूफ़ान में भी जला दे चिराग़ ,वो राम नाम ही दोहराते हैं। -
सब रास्ते तेरी तरफ़ ही जाते हैं,जो तूफ़ान में भी जला दे चिराग़ ,वो राम नाम ही दोहराते हैं।
अँखियों में अश्कों की लड़ी सी है,जन्मों की प्यास कुछ लम्हो में थमी सी है,जो तू थाम लेती मेरा हाथ,तो लगता सारी दुनिया मेरे पीछे खड़ी सी है। -
अँखियों में अश्कों की लड़ी सी है,जन्मों की प्यास कुछ लम्हो में थमी सी है,जो तू थाम लेती मेरा हाथ,तो लगता सारी दुनिया मेरे पीछे खड़ी सी है।
घर भी अब दीवारों सा लगने लगा है,जबसे रिश्तों में दरार का साया दिखने लगा है। -
घर भी अब दीवारों सा लगने लगा है,जबसे रिश्तों में दरार का साया दिखने लगा है।
समंदर सा दिल दे देता हूं,दो बूंद इश्क़ की गुजारिश पे,बस वो निगाहें हमे देख तो लें,इस तन्हा दिल की फरमाइश पे। -
समंदर सा दिल दे देता हूं,दो बूंद इश्क़ की गुजारिश पे,बस वो निगाहें हमे देख तो लें,इस तन्हा दिल की फरमाइश पे।
अब और इम्तिहान ना ले मेरे इंतजार का,मसला है सिर्फ चाँद के दीदार का,और वादा है तुझसे ताउम्र प्यार का। -
अब और इम्तिहान ना ले मेरे इंतजार का,मसला है सिर्फ चाँद के दीदार का,और वादा है तुझसे ताउम्र प्यार का।