मुझे लोगों की तरह चापलूसी नहीं आती.. ना ही मैं कोई काम दिखावे के लिए करता हूँ ना मुझे झूठ पसंद है ना मै बोलता हू.. जो हू जैसा हू आपके सामने हू.. बस एक यही कारण है कि मैं हर किसी को पसंद नहीं आता..
वफा के बदले वफा मिले ये जरूरी तो नही तुम जफा करो हम तुम्हारे हिस्से की वफा भी निभा लेंगे एकरार के बदले एकरार मिले जरूरी तो नही तुम्हारे इंकार को भी सीने में छुपा लेंगे..