ज़िन्दगी का गुरूर तोड़ने निकला था वोमग़र अफ़सोस ;ज़िन्दगी ने ऐसा तोड़ा कि अपनों से भरोसा उठ गया । -
ज़िन्दगी का गुरूर तोड़ने निकला था वोमग़र अफ़सोस ;ज़िन्दगी ने ऐसा तोड़ा कि अपनों से भरोसा उठ गया ।
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वो कहती है कि मैं उसे कभी चाहता नहीं था,लगता है;उसे इंसान पहचानना कभी आता नहीं था। -
वो कहती है कि मैं उसे कभी चाहता नहीं था,लगता है;उसे इंसान पहचानना कभी आता नहीं था।
उसे दिल देकर, मैंने बड़ी भूल कर दी;मोहब्बत को समझने के लिएउसे ज़रूरत तो दिमाग की थी। -
उसे दिल देकर, मैंने बड़ी भूल कर दी;मोहब्बत को समझने के लिएउसे ज़रूरत तो दिमाग की थी।
I never give upSo I don't need to worryAbout my life ❤️ -
I never give upSo I don't need to worryAbout my life ❤️
ज़िन्दगी में जितने भी मौके मिलेंसंभल कर खर्च करना, क्यूंकि"कोई मौकों से टूट जाता हैतो कोई मौके लूट जाता है।" -
ज़िन्दगी में जितने भी मौके मिलेंसंभल कर खर्च करना, क्यूंकि"कोई मौकों से टूट जाता हैतो कोई मौके लूट जाता है।"
तू मुझे कांग्रेस पार्टी की तरह लगती हैजिसके वादे हमेशा जूठे ही रहते हैं -
तू मुझे कांग्रेस पार्टी की तरह लगती हैजिसके वादे हमेशा जूठे ही रहते हैं
चन्द नोटों में यहाँ, कश्मीर का जवान बिक जाता हैमैं अगर इश्क़ भी लिख दूँ तो हिंदुस्तान लिख जाता है। -
चन्द नोटों में यहाँ, कश्मीर का जवान बिक जाता हैमैं अगर इश्क़ भी लिख दूँ तो हिंदुस्तान लिख जाता है।
कुछ लोग अब मुझसे बहुत जलने लगे हैं,चलो अच्छा है मुझे खुद से बेहतर तो समझने लगे हैं। -
कुछ लोग अब मुझसे बहुत जलने लगे हैं,चलो अच्छा है मुझे खुद से बेहतर तो समझने लगे हैं।
ऐ-ज़िन्दगी देख ! ये तेरी कैसी ख़ता हैन मुझे कल का पता था और न मुझे कल का पता है। -
ऐ-ज़िन्दगी देख ! ये तेरी कैसी ख़ता हैन मुझे कल का पता था और न मुझे कल का पता है।
चलो खैर, मैं तो आशिक़ मिज़ाज़ हूँ,मत पूछो मुझसे कि कैसे दिल संभाल कर रखा है।अपनी आंखों को एक दफा खोल कर तो देख ज़ालिम,इन्होंने महफ़िल में क्या खूब कमाल कर रखा है। -
चलो खैर, मैं तो आशिक़ मिज़ाज़ हूँ,मत पूछो मुझसे कि कैसे दिल संभाल कर रखा है।अपनी आंखों को एक दफा खोल कर तो देख ज़ालिम,इन्होंने महफ़िल में क्या खूब कमाल कर रखा है।