समंदर से सीखा फैलना है के मेरा कोई किनारा नहीं, आंधियो से सीखा बहना है यु रुकना मुझे गवारा नहीं, लाख कर कोशिश मुझे हराने की वो दिन कभी भी आना नहीं, तुम्हरे सामने वो लड़का शुबि है जो आजतक कभी भी हारा नहीं...
Dil krta hai ek tere pass rehne ko Bohot si baaten dil chahta hai, sirf tujse he kehne ko Arso baad koi mila hai, jisne sachai k libas pehne ho Dukh to sehte he aye hai, khushi ab mili hai sehne ko Koi door mtt kro use, bss mere pass he rehne do...
के काश तू साथ होती रोज़ जैसे ही... बस ज़रा सा पास होती सुबह Good morning से बातें शुरू होती है मगर काश ये कंबख्त तन्हा करने वाली कभी रात न होती... — % &
के तेरे चश्मे के पीछे की आँखें, वो झुकि हुई सी पलके, हमेशा के लिए आबाद है के तेरे चहरे पे होंठो के नीचे, वो ठोड़ी वाला तिल, शुबि की जान लेने के लिए जाने कबसे बेताब है