अजीब जिंदगी है साहबअपनों का भूख मिटाने के लिएकभी-कभी खुद को भूखा रखना पड़ता है. -
अजीब जिंदगी है साहबअपनों का भूख मिटाने के लिएकभी-कभी खुद को भूखा रखना पड़ता है.
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तुम्हारे अंदर हजार कमिया होगी लेकिन एक कमिया ही तुम्हें तुम्हारी मंजिल के तरफ ले जाएगी -
तुम्हारे अंदर हजार कमिया होगी लेकिन एक कमिया ही तुम्हें तुम्हारी मंजिल के तरफ ले जाएगी
तुम्हारे अंदर हजार कामिया होगी लेकिन एक कामिया ही तुम्हें तुम्हारी मंजिल के तरफ ले जाएगी -
तुम्हारे अंदर हजार कामिया होगी लेकिन एक कामिया ही तुम्हें तुम्हारी मंजिल के तरफ ले जाएगी
दूसरो का सहारा लेना छोड़ दो आज से मंजिल पाने के लिए अकेला तुम ही काफी हो -
दूसरो का सहारा लेना छोड़ दो आज से मंजिल पाने के लिए अकेला तुम ही काफी हो
डर भी एक दवा की तरह होता हैक्योकि बीमारी आने से पहले ठीक रहने के लिए हम रास्ते ढूंढते हैं -
डर भी एक दवा की तरह होता हैक्योकि बीमारी आने से पहले ठीक रहने के लिए हम रास्ते ढूंढते हैं
ऐसा नहीं है कि हम बुराइयों के खिलाफ आवाज़ नहीं उठा सकते डर इस बात का लगता है कि हमारे एक आवाज़ से गलत लोग जाग जायेंगे -
ऐसा नहीं है कि हम बुराइयों के खिलाफ आवाज़ नहीं उठा सकते डर इस बात का लगता है कि हमारे एक आवाज़ से गलत लोग जाग जायेंगे
मौत तो नाम से ही बदनाम है....वर्ना तकलीफ तो ये जिंदगी देती है .... -
मौत तो नाम से ही बदनाम है....वर्ना तकलीफ तो ये जिंदगी देती है ....
मेरे कत्ल को समझतें थे, जो तरक्की अपनी !कैसे जिएंगे वो भी मेरे बिना.. जमाना ये भी देखेगा। .... -
मेरे कत्ल को समझतें थे, जो तरक्की अपनी !कैसे जिएंगे वो भी मेरे बिना.. जमाना ये भी देखेगा। ....
आँसू तमाम शहर की आँखों मे है मगरहाकिम बता रहे हैं कि सब ठीक-ठाक है -
आँसू तमाम शहर की आँखों मे है मगरहाकिम बता रहे हैं कि सब ठीक-ठाक है