जागती रातें मस'अले का हल नही होती,और ना ही नींद सुकून... -
जागती रातें मस'अले का हल नही होती,और ना ही नींद सुकून...
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वो सारी बातेंजिसे लिखना था तुम्हें भेजने वाली चिट्ठियों मेंवो बातें अब डायरी के पन्नों में कैद है।"तुमसे कह ना पाना कि तुमसे इश्क़ है..." "ये दुनिया की सबसे उदास बात है,अधूरी नियति की कहानी है" -
वो सारी बातेंजिसे लिखना था तुम्हें भेजने वाली चिट्ठियों मेंवो बातें अब डायरी के पन्नों में कैद है।"तुमसे कह ना पाना कि तुमसे इश्क़ है..." "ये दुनिया की सबसे उदास बात है,अधूरी नियति की कहानी है"
शब्दों से ज़ख्म खाये हुए लोगअक्सर ख़ामोशी अख्तियार कर लेते है,ताकि मन के ज़ख्म पर वक़्त मरहम लगा सके। -
शब्दों से ज़ख्म खाये हुए लोगअक्सर ख़ामोशी अख्तियार कर लेते है,ताकि मन के ज़ख्म पर वक़्त मरहम लगा सके।
तुम्हें लिख-लिख कर,खुद को टीसते रहती हूँ,यादों के पौधों को आँसुओ से सींचते रहती हूँ। -
तुम्हें लिख-लिख कर,खुद को टीसते रहती हूँ,यादों के पौधों को आँसुओ से सींचते रहती हूँ।
ख़्वाबों को सच करने के भागदौड़ में,हम ज़िन्दगी को,बचपन वाले क्रिकेट के मैदान में ही भूल आये। -
ख़्वाबों को सच करने के भागदौड़ में,हम ज़िन्दगी को,बचपन वाले क्रिकेट के मैदान में ही भूल आये।
लिखती रहती हूँ तुमपर अक्सर,बना रहता है इश्क़ में डूबे रहने का भरम... -
लिखती रहती हूँ तुमपर अक्सर,बना रहता है इश्क़ में डूबे रहने का भरम...
सबके मन को कहाँ भाती हूँ मैं,अब समंदर के "खारे पानी" जैसा खुद को पाती हूँ मैं। -
सबके मन को कहाँ भाती हूँ मैं,अब समंदर के "खारे पानी" जैसा खुद को पाती हूँ मैं।
मन मे जब हलचल हो तो चीख लेते है,खामोशी को जब शब्द मिले तो लिख लेते है। -
मन मे जब हलचल हो तो चीख लेते है,खामोशी को जब शब्द मिले तो लिख लेते है।
जिन शिकवों को शब्दों का साथ नही मिला,ख़ामोशी बता गयी,गहराई नाराज़गी की। -
जिन शिकवों को शब्दों का साथ नही मिला,ख़ामोशी बता गयी,गहराई नाराज़गी की।
तुम्हें याद करते ही भर आती है आँखे,अब इन आँसुओ को कैसे समझाऊँ...राब्ता ख़त्म हो गया है हमारा। -
तुम्हें याद करते ही भर आती है आँखे,अब इन आँसुओ को कैसे समझाऊँ...राब्ता ख़त्म हो गया है हमारा।