मैंने कब कहा कि ""तुम मेरे हो"" ये कहो....""मैं सिर्फ तुम्हारी हूं"" बस ये हक से कहो.... -
मैंने कब कहा कि ""तुम मेरे हो"" ये कहो....""मैं सिर्फ तुम्हारी हूं"" बस ये हक से कहो....
-
तू झूठ भी कहे....तो सच मान लेती हूँ.....मैं तेरी गलती पर भी....खुद को गलत साबित करती हूँ..... -
तू झूठ भी कहे....तो सच मान लेती हूँ.....मैं तेरी गलती पर भी....खुद को गलत साबित करती हूँ.....
जैसे निःस्वार्थ भाव से....स्वयं झुक जाता है माथा,....धार्मिक स्थलों के सामने....प्रेम में आत्मसमर्पण....कुछ इसी प्रकार होता है.... -
जैसे निःस्वार्थ भाव से....स्वयं झुक जाता है माथा,....धार्मिक स्थलों के सामने....प्रेम में आत्मसमर्पण....कुछ इसी प्रकार होता है....
शून्य हूँ मैं.....सन्नाटे में बिखरी हुई... -
शून्य हूँ मैं.....सन्नाटे में बिखरी हुई...
नादानियाँ मेरी हो....और समझदारियाँ तेरी.... -
नादानियाँ मेरी हो....और समझदारियाँ तेरी....
और फिर एक वो दौर भी आता है....जब तुम जिन्दा तो रहते हो....मगर जिन्दा नहीं रहते.... -
और फिर एक वो दौर भी आता है....जब तुम जिन्दा तो रहते हो....मगर जिन्दा नहीं रहते....
संभाल लेता है वो अक्सर गिरते हुए मुझे....उसके होते हुए कभी मेरी हार नही होगी.... -
संभाल लेता है वो अक्सर गिरते हुए मुझे....उसके होते हुए कभी मेरी हार नही होगी....
मैनें प्रेम की कई व्याख्याएँ पढ़ी....और जाना सिर्फ इतना कि.....मैं तुम्हे बिना बताये.... बिना जताये भी....तुमसे बेहद प्रेम कर सकती हूँ..... -
मैनें प्रेम की कई व्याख्याएँ पढ़ी....और जाना सिर्फ इतना कि.....मैं तुम्हे बिना बताये.... बिना जताये भी....तुमसे बेहद प्रेम कर सकती हूँ.....
दिल के कोने में....घाव अभी भी हरा है....साल गुजर रहे....तारीख वही पुराना है.... -
दिल के कोने में....घाव अभी भी हरा है....साल गुजर रहे....तारीख वही पुराना है....
हम तुम्हारी महफिल से जा रहे थे चुप - चाप....तुम्हारा पलटकर देखना...हमें बदनाम कर गया.... -
हम तुम्हारी महफिल से जा रहे थे चुप - चाप....तुम्हारा पलटकर देखना...हमें बदनाम कर गया....