चाहती हूँ उन्हें मैं जी जान से, अपने प्यार पर कोई शक नही
हूँ मैं अपनी सारी सौतानो से परेशान ,इसमें भी कोई शक नही
बांधे रहती हूँ हमेशा पल्लू से अपने ,इसमें तो कोई शक नही
ढील देती हूँ पल्लू को जरा, बहकेंगे कदम इसमें कोई शक नही
उनके दिल में, मुझ से चाहत है बेमिसाल , इसमें कोई शक नही
है मलाल मुझे,गीतों में लेता है उसका नाम ,इसमें कोई शक नही
हूँ गुरूर उनका, मेरी हँसी से उनकी खुशी, इसमें कोई शक नहीं,
पर उनको हंसाने की करे तमाम तरकीबे ,इसमें कोई शक नही
असंभव कहीं और जाएं, नही कोई खेल , इसमें कोई शक नही
करे हर जतन दूर से दर्शन हो जाए उनके, इसमें कोई शक नही
चलते है ,बन हमसफर जीवन की राह पर , इसमें कोई शक नही
देख उन्हे राह पर ठिठकते है उनके कदम , इसमें कोई शक नही
देते रहते साड़ियां, गहने, उपहार अकसर ,इसमें कोई शक नही
साड़ी और गहने में सजी उनकी फोटो मांगे ,इसमें कोई शक नही
बैंक एकाउंट, जमीन जायदाद, अर्पण मुझे ,इसमें कोई शक नही
मोबाइल पासवर्ड में उसके बर्थडे की तारीख ,इसमें कोई शक नही
दिखूं घरेलू, धार्मिक, अबला मीना कुमारी सी,इसमें कोई शक नही
उनकी चंचल आंखे ढूंढे ,सनी लियोन उसमे, इसमें कोई शक नही
रखे थे मैने सोलह सोमवार पाने को उनको, इसमें कोई शक नही
पीछा छूटे सौतन के झमेले से,रखूंगी उपवास इसमें कोई शक नही
ऋत्विज़ा
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