#सपने # सपने वो नहीं जो आंखें बंद कर के देखें और पूरे हो जाये सपने तो, वो, हे जो लाखों प्रत्यन करने के बाद पूरे हो , जिसका जश्न मनाया जाये सपने मामूली नहीं अनमोल होने चाहिए जब सपने साकार हो तो उसकी गुंज होनी चाहिए ऐसा लगे कि सपने नहीं हकीकत जी हो
तेरे साथ बिताए हुए दोस्ती के पल पुराने हो गये, हां तेरे साथ बिताए हुए दोस्ती के पल पुराने हो गए तेरे साथ बिताए हुए लम्हों को जमाना हों गया अब तो बस तेरी अनसुनी यादों के किस्से कुछ खास हो गये,