जब आप किसी के साथ होते है तो प्राथमिकता और मायने अलग होते है लेकिन जब दूर होते है तो प्राथमिकता और मायने दोनो बदल जाते है ऐसा आपके साथ पहली बार होता है तो दिल और दिमाग दोनो हिल जाते है ,आपको लगाने लगता है की दुनिया में सब कुछ नकली है यहां तक कि दोस्ती भी क्योंकि मायने और अहमियत दोनो बदल चुके होते है ....— % &
कुछ नहीं कर पाए हम इस बार भी .... कमरों में गुमसुम किताबो से बात करते हुए बस का इंतजार करते हुए ट्रेनों में खड़े खड़े , रास्तों में पैदल चलते हुए गहरे शून्य में क्या देखते रहते हो गुम सा चेहरा लिए हुए क्या सोचते रहते हो क्या खोया क्या पाया का हिसाब नही लगा पा रहे न इस बार भी .... अपने सपनो को पूरा नही कर पाए न इस बार भी ... कुछ बदला नही न इस बार भी ... अब फिर नए सपने देखने लगे न इस बार भी ...
सुनो ,मैं हार गया हूं पर प्रयत्नशील हूं मेरी हार से मुझे कुछ सीखने तो दो तुम गिरा लेना फिर से मुझे , पर पहले मुझे एक नाकाम कोशिश तो करने दो मैं हार गया हूं,पर प्रयत्नशील हूं