सत्य को देखती आँखें तुम्हारी -
सत्य को देखती आँखें तुम्हारी
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और कितना लिखे तुझे ए जिंदगीक्या फर्क पड़ता है लोगों को एक दिल टूट जाने से -
और कितना लिखे तुझे ए जिंदगीक्या फर्क पड़ता है लोगों को एक दिल टूट जाने से
जो सबका मालिक है सबका रक्षक है तीनों लोग का ज्ञाता है मन को संभाल जरा वही कण-कण में बैठा सत्य का पुजारी है -
जो सबका मालिक है सबका रक्षक है तीनों लोग का ज्ञाता है मन को संभाल जरा वही कण-कण में बैठा सत्य का पुजारी है
जहाँ प्यार होता हैं मन को समझने वाला वफ़ा-ए-यार होता हैं — % & -
जहाँ प्यार होता हैं मन को समझने वाला वफ़ा-ए-यार होता हैं — % &
तेरे संग हम भी चलतेजीवन की धूप छांव में खुशियों के रंग बिखेरते— % & -
तेरे संग हम भी चलतेजीवन की धूप छांव में खुशियों के रंग बिखेरते— % &
नाम गुम जाएगाचेहरा ये बदल जायेगामेरी आवाज़ ही पहचान हैगर याद रहेवक़्त के सितम कम हसि नहींआज है यहां कल कही नहींवक़्त से भरे अगर मिल गए कहीमेरी आवाज़ ही पहचान हैगर याद रहे— % & -
नाम गुम जाएगाचेहरा ये बदल जायेगामेरी आवाज़ ही पहचान हैगर याद रहेवक़्त के सितम कम हसि नहींआज है यहां कल कही नहींवक़्त से भरे अगर मिल गए कहीमेरी आवाज़ ही पहचान हैगर याद रहे— % &
चाहे आसमान से सूरज ही क्यों ना निकले कर खामोशी से कर्म अपने कभी दिल किसी का तुझसे ना दुखे— % & -
चाहे आसमान से सूरज ही क्यों ना निकले कर खामोशी से कर्म अपने कभी दिल किसी का तुझसे ना दुखे— % &
हमने नहीं शिकवा किया खामोशी को अपना लियाजज्बातों को दफ़ना दिया— % & -
हमने नहीं शिकवा किया खामोशी को अपना लियाजज्बातों को दफ़ना दिया— % &
मैं दिया हूं वो अँधेरी रात का जो जला दूसरों की यादें लिए जो बुझा फिर से भुला दिया -
मैं दिया हूं वो अँधेरी रात का जो जला दूसरों की यादें लिए जो बुझा फिर से भुला दिया
चुपके से नजर आता है जब भी आता है चेहरे पर रौनक बिखेर जाता है -
चुपके से नजर आता है जब भी आता है चेहरे पर रौनक बिखेर जाता है