दरारे कही भी हो घर को तोड़ हि देती है,चाहें दीवारों मे हो चाहे फिर रिश्तो मे...♥️ -
दरारे कही भी हो घर को तोड़ हि देती है,चाहें दीवारों मे हो चाहे फिर रिश्तो मे...♥️
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वक़्त ही है जनाब,ये एक दिन सबका आएगा,जिनके पास है घना अँधेरा अभी,उनका जीवन भी रौशनी से भर जायेगा..♥️बस तुम रूकना नहीं,बस थम झुकना नही,बुरा वक़्त ही तो है,सब्र रखना मेरेे दोस्त,ये भी एक दिन गुजर जायेगा..♥️वक़्त ही है जनाब.......♥️♥️ -
वक़्त ही है जनाब,ये एक दिन सबका आएगा,जिनके पास है घना अँधेरा अभी,उनका जीवन भी रौशनी से भर जायेगा..♥️बस तुम रूकना नहीं,बस थम झुकना नही,बुरा वक़्त ही तो है,सब्र रखना मेरेे दोस्त,ये भी एक दिन गुजर जायेगा..♥️वक़्त ही है जनाब.......♥️♥️
जब जीब जलने पर चाय नहीं छोड़ी,तो दिल जलने पर ईश्क़ क्या खाक छोडेंगे.. ♥️ -
जब जीब जलने पर चाय नहीं छोड़ी,तो दिल जलने पर ईश्क़ क्या खाक छोडेंगे.. ♥️
दिल तोड़कर प्यार मांगना,ये तो वही बात हो गयी जनाब,की पेड़ को काटकर उनसे फल मांगना..🙏 -
दिल तोड़कर प्यार मांगना,ये तो वही बात हो गयी जनाब,की पेड़ को काटकर उनसे फल मांगना..🙏
नादानियो के साथ उलझे रहे उनके साथ,और न जाने कब जिमेदारियो ने बाह पकड़ लिया...!!! -
नादानियो के साथ उलझे रहे उनके साथ,और न जाने कब जिमेदारियो ने बाह पकड़ लिया...!!!
Mujhse tho mera aaina bhi swal kar betha..!!Ki tu kiske liye apna ye haal kar betha..🤗मुझसे तो मेरा आईना भी सवाल कर बैठा..!!की तू किसके लिए अपना ये हाल कर बैठा..🤗 -
Mujhse tho mera aaina bhi swal kar betha..!!Ki tu kiske liye apna ye haal kar betha..🤗मुझसे तो मेरा आईना भी सवाल कर बैठा..!!की तू किसके लिए अपना ये हाल कर बैठा..🤗
Pta nhi kyu,Thum ke Reh jati hai Zindgi,Jab jum ke barsati Hai Purani Yadein..!!पता नहीं क्यों,थम के रह जाती हैं ज़िन्दगी,जब जम के बरसती है पुरानी यादें..!! -
Pta nhi kyu,Thum ke Reh jati hai Zindgi,Jab jum ke barsati Hai Purani Yadein..!!पता नहीं क्यों,थम के रह जाती हैं ज़िन्दगी,जब जम के बरसती है पुरानी यादें..!!
Jab bhi dimag or Juban tez ho jaye janab,tho Smjh lena risto ki raftar dhimi hone wali hai..🙏🏼 -
Jab bhi dimag or Juban tez ho jaye janab,tho Smjh lena risto ki raftar dhimi hone wali hai..🙏🏼
Hume kya pta tha mousam bhi ro padega,Humne tho aasman ko Apni Dasta sunai thi..🤫हमे क्या पता था मौसम भी रो पड़ेगा,हमने तो आसमान को बस अपनी दास्ता सुनाई थी..😟 -
Hume kya pta tha mousam bhi ro padega,Humne tho aasman ko Apni Dasta sunai thi..🤫हमे क्या पता था मौसम भी रो पड़ेगा,हमने तो आसमान को बस अपनी दास्ता सुनाई थी..😟
गुनाहों की लम्बी कतारें जुड़ती रही मेरे हिस्से मे, मगर सबसे हसीन इल्जाम तो बस तेरे नाम था...❤️ -
गुनाहों की लम्बी कतारें जुड़ती रही मेरे हिस्से मे, मगर सबसे हसीन इल्जाम तो बस तेरे नाम था...❤️