कुछ कहना है तुमसें,
उन बातों को सुनोगे..??
मेरी ज़िंदगी के किताब में,
अपने नाम का शीर्षक रखोगे..??
दुनिया की भीड़ में जब भी खोने लग जाऊँ,
तो मेरा हाथ थाम सकोगे..??
जीवन को जीना बहुत कठिन है,
उस कठिनाई को पार करने के लिए सरल मार्ग बनोगे..??
मैं खुली आँखों से सपने देखने लगी हूँ,
उन सपनों को पूरा करने में मेरी मदद करोगे...??
कल की ज़िंदगी बाद में देखेंगे,
आज के इस वक़्त को खूबसूरत बना पाओगे...??
मन में हज़ारों उलझनें है,
उन उलझनों को सुलझा पाओगे..??
जब जब मैं तुम्हें रोकना चाहूँ,
तो क्या तुम रुक पाओगे...??
और अंत में सुनो....
दुनिया में तो हज़ारों चेहरे है,
लेकिन सिर्फ मेरा चेहरा देख कर जीवन गुजार पाओगे...??
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