निकले जब स्कूल से तो वादा किया था
मिलते रहेंगे समय समय पर सबने कहा था
जिंदगी की कशमकश मे सब गुम हो गये
वो दोस्त वो वादे ना जाने कहाँ खो गये
बस ढूँढती हूँ वही सुकून जीवन की दौड़ में
वो दोस्त वो लम्हें फिर मिल जाये इस भागदौड़ में
ऐ दोस्त मिलो जब कभी तो याद बस ये रखना
दौलत और शोहरत को अपनी थोड़ा दूर रख के मिलना
पता है मुझे वो दौर फिर से अब ना लौट पायेगा
पर यार वो साथ अपना सदा याद आयेगा🌼
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