एक तरफा इश्क़ का बस यही अंजाम है एक जान देने को तैयार तो दूसरा बिल्कुल अंजान है अकेली रातों में तुम्हे सोच यूही मुस्कुराते है और जब भी बारिश हो तो आप बुंदो के साथ हमसे मिलने चले आते है
कुछ सोचु, कुछ लिखू, कुछ मिटा दू जो दिल में है उसे दिल में रखू या तुझे सब कुछ बता दू कुछ कहु, चुप रहू या युही मुस्कुरा दू मुझे इश्क़ है तुझसे ये कह दू या ये राज सबसे छुपा लू