PRIYANKA CHANDRA  
1.1k Followers · 610 Following

read more
Joined 22 July 2020


read more
Joined 22 July 2020
11 HOURS AGO

हालांकि मयकशी की आदत मुझे कभी नहीं रही लेकिन
तेरी आगोशियों के मयकदे ने मुझे मयकश कर दिया।।

-


21 HOURS AGO

फ़क़त रोज़ यूं ही नहीं फड़कती होंगी मिरी आंखें
वो जरुर खुद को मिरी नज़रों में उतारता होगा।।

-


5 MAY AT 13:18

मेरे रुख़्सार पर हया के गुलाबी रंग
ना बिखरते तो भला क्या बिखरते,
जानां तेरा मुझे आहिस्ता आहिस्ता
से यूं निर्निमेष सा देखते जाना।।

-


4 MAY AT 22:18

ज़िंदगी जो कभी मेरी सांसों में
तशरीफ़ लाती तो क्या कमाल होता।।
कुछ ज्यादा नहीं बस उससे मेरा
बीते हुए सारे बसंत का हिसाब होता।।
कुछ यादों के गिले-शिकवे होते
लेकिन धड़कनों में प्यार बेहिसाब होता।।

-


4 MAY AT 15:25

यूं तो उजले दिन के काफिले में
खुद से ही अजनबी बन फिरती हूं मैं,
लेकिन गहरी यामिनी भर मुझसे
मेरी खूब बातें होती हैं,ना जाने क्यों।।

-


3 MAY AT 22:17

एक अकेला वही इंसान एक साथ पूरी दुनिया को हंसा सकता है, खुश कर सकता है जो ज़िंदगी के रंगमंच का जोकर हो।।

-


3 MAY AT 16:20

किसी तिलिस्म सा तेरी बाहों का तसव्वुर सनम
कि इनमें उलझकर मदहोश हो खो जाती हूं मैं।।

-


2 MAY AT 17:13

यादों को समेटकर कभी भी
उसकी पोटली नहीं बांधी मैंने,
बस बांधा तो स्वयं के शरीर के
हर एक छोर को जिसमें ये सारी
यादें समंदर बन सदा बहती रहें।।

-


1 MAY AT 15:45

मौसमों के अनुरूप नहीं रहते हैं कभी
वो करते हैं काम अपनी समग्र इष्टि से।।

भिक्षा से नहीं,परिवार का पेट पालते हैं
शहरी मेहनत और गामों की कृष्टि से।।

जिनके मकां में छलनी होती हैं उंगलियां
वही देखते हैं इनको घृणा की दृष्टि से।।

व्यथित मन से मैं आज पूछती हूं सबसे
आखिर कौन नहीं है मजदूर इस सृष्टि से।।

-


30 APR AT 22:14

ना कोई लिखित,ना ही मौखिक
तस्दिकियां देनी है मुझे जमाने को
मुझमें तेरे प्रेम की उपस्थिति की
मेरी आंखों के नीचे पड़ी हुईं सारी
रेखाएं मेरे इंतज़ार की गवाह हैं।।

-


Fetching PRIYANKA CHANDRA Quotes