सेवक बन सेवा करो,करो तुम मन की बात
तेरी आंखों से झलकेंगा जीवन है सौगात
करते काम बीत रहा हैं नित्य सुबह से शाम
देख रही है तेरी जनता देख रहे हैं हाथ
दे दिया है मानस बन मानवता का साथ
आगमन पर तेरी जनता दे रही हैं साथ
कमल खिला है गंगा में आदित्य दिख रहे साथ
है प्रकाश इस देश का दिन सप्तमी आज
कर रहे सब आरती मिल रही सौगात
भर रहे हैं आज झोली साथ आशिर्वाद
दिख रही हैं आज काशी देख रहे हनुमान
होगा मंगल कह रहे नित्य जगाओ राग
राम नाम से जगत जगा है साज सजाओ साथ
मिल कर गाओ ज्योत जगाओ...
जगे रहे हनुमान 🙏
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