सुनो,
सिर्फ एक बार खोल दो वो दरवाजे जो बन्द किए है तुमने मुझ पर,
ताकि कम से कम मै तुम्हारी चौखट से तुम्हे मुस्कुराते हुए देख तो सकूं..
सुनो,
लौट आओ ना , अच्छा नहीं लगता तुम बिन..हजारों लोग है यहां..हजारों तरह की बातें है..लेकिन तुम नहीं तो कुछ भी नहीं है.. कुछ भी नहीं..
@smile_priti
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