आ जाओ ना,
तुम्हें बातों का सुकून कुछ बात करके लेना चाहते है,
दिल मे बहुत कुछ है,
लम्हें कुछ दे सको तुम अपने तो हम लेना चाहते है,
हर बात तुमसे सांछा करेंगे,
की कब कब और कहा कहा हम चोट खाए हुए है,
अपने personal doctor के पास,
हम अपने जख्मों पर मर्म लगाने के लिए आए हुए है||
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