मेरी कुछ गलतियों के कारण आज मैं अकेला हूँ, मेरी कुछ नादानियों के कारण आज मैं अधूरा हूँ। किसी की कोई गलती नहीं अपनी मनमर्ज़ियों के कारण ही आज तन्हा हूँ, किसी ने कुछ नहीं किया बस मैने नासमझ ने फैसले ही कुछ गलत ले लिए।।
औरों से जीतना फिर आसान होता है, पर ज़िंदगी से जितना बहुत मुश्किल होता है। दुनिया की नज़रों में जिसके पास सब कुछ हो, शायद उसके पास उसके हिसाब से कुछ न हो।
दुनिया को लगता है कि बच्चों को कोई तनाव नहीं होता, पर शायद बच्चों से ज़्यादा दुखी कोई और नहीं होता।।