तुम तो आती हो ... हवा के झोंकों की तरहा , फ़िज़ाओं में अपनी महक छोड़ तन्हा छोड़ चली जाती हो , तुमसे तो ... तुम्हारा ख्याल ही अच्छा है , ना आने में देरी और ना जाने की जिद करता है ...— % &
उसने कहा बहुत बुरे हैं हम, मुझे कुछ दिनों में भूल जाओगे, अब उससे ये कौन समझेगा की, बुरे चीज़ों को भूले नहीं जाते बल्कि वो अच्छे चीज़ों से ज्यादा याद आते हैं... .. .