पल्लव सागर   ("Sagar- Ocean Of Love")
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Joined 1 August 2018


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पूजा है अरदास है अज़ान भी है,
शजर है बशर है शैतान भी है।

है रब की मेहरबानी, मेरे पास तो,
रोटी है, कपड़ा है, मकान भी है।

आज भी मेरी नम आँखों में,
दर्द है गैरत है ईमान भी है।

मज़हब ना पूछीये, मेरे कारवाँ का,
इसमे गीता है, बाइबल है, कूरान भी है।

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प्यार दोस्ती है--- ये एकदंम बकवास है।

क्योकि-

प्यार फ़िक्र (केयर)है अगर आप किसी कि फ़िक्र करते हो तो आप उससे प्यार करते हो फिर वो माँ हो पिता या भाई-बहन या दोस्त या प्रेमी-प्रेमिका या गुरू या और कोई भी।

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धूप है तो बाँध के सर आ जाओ,
तकल्लुफ़ ना करो मेरे घर आ जाओ।

रहता है कोई मंचला मेरे पड़ोस में,
देखो उधर, लेकिन इधर आ जाओ।

रुख़्सार से टपकने दो ओंस की बूँदे।
हो के पसीने में तर-ब-तर आ जाओ।

बे-नूर है देखो उजाला मेरे चिराग़ का,
मैं रात हूँ, तुम बन कर सहर आ जाओ।

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जो लड़के जबरन प्यार में लट्टू होते हैं,
घर वालों की नज़र में निखट्टू होते हैं।😂

बड़ी तादात में पाई जाती है ये प्रजाती,
हर शहर में एेसे भाड़े के टट्टू होते है।🤣

फेसबूक/ YQ पर करते हैं सबको परेशान,
असल ज़िन्दगी में बहुत बड़े फट्टू होते हैं।😉

इनकी तस्वीर नींबू मिर्ची के साथ लटका लो,
अपने जैसों के लिये ये नज़रबट्टू होते हैं।😜

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कस्ब-ए-फ़ज़ीलत हुक्मरानों से सीखिये,
हमे ठगाना नहीं आता, हम आवाम हैं।

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बेफ़िक्र हर ख़याल है,
जो की इक सवाल है।

मैं भी ख़ुश तू भी ख़ुश
हम का बुरा हाल है।

जो दिख रहा वो झूठ है,
जो ना दिखे वो जाल है।

उम्र है गुज़र रही,
सूख रही खाल है।

खून है नीला हुआ,
पानी का रंग लाल है,

ज़िन्दगी से इत्तिफ़ाक,
ये मोत की ही चाल है।

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इक कसक है इक ख़ला है,
दर्द दामन में पला है।

मैं रुका तो वो रुका,
मैं चला तो वो चला है।

पलकें जो मेरी झुक गई,
अश्क़ आँसू मे ढ़ला है।

मैं नज़र की ख़्वाहिशे हूँ।,
वो हिजाबी फ़ासला है।

है किस्मत से मेरी दुशमनी,
प्याले का पानी भी जला है।

कह रही है अब तन्हाई भी,
"सागर" ये ग़म का मामला है।

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बूँदो की नमी पलकों ने चुराली है,
आँखें हैं भरी, और सागर ख़ाली है।

मोहसिन बरसात, फिर से नाराज़ है आज,
हमने भी ख़ामोशियों की तितलियाँ पाली हैं।

अंजाम-ए-बगावत के हकदार और भी हैं,
हवाओं ने भी हर दफ़ा गुफ़्तगु टाली है।

मुस्कुराहट मेरी भला, देखेगा कोई कैसे,
सोते हुये हँसने की अब आदत डाली है।

फिर भी है क़ायम, कुछ कर दिखाने का हौसला,
तिनके का सहारा है, और लाख सवाली है।

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