23 MAY 2017 AT 11:37

ऐ मन तू ऐसे आंसू न बहा,
न कर कोई गिला शिकवा
यही हैं राहें जीवन की इसको
बस इसे तू अपनाते जा,
खाली था जीवन खाली राहें जीवन की,
फिर तुझको ये क्यूँ ग़म लगता
तुझ पर सदा रहे गमो के बादल,
फिर क्यूँ बरसेे असुवन वर्षा
कभी आये सपने डरावने तब,
खुदको तू मजबूत करता जा,
कुछ भी नया नही तेरे लिए ये सब
इससे तू अब थोड़ा जूझ जरा,
उम्मीदों की किरण संग चल
शायद मिले तुझे कोई नया जहाँ
न सोच आज न मिला कल न मिलेगा
बुझ जाएगी यूं ही जीवन की शमा
कठोर राहें जीवन की, हो चला रास्ता लम्बा,
छोड़ न कभी आश तू सुख की
कभी तो मिलेगा तुझे हसता जहाँ

- Shagun