कुछ तो बात हैं ना साथ हुए भी वो साथ है लगती तो हैं सात जन्मों की कहानी फिर भी पता नही क्यूं बन नही रही सुहानी कोशिशें ना कामयाब हो ऐसी किस्मत लिखी हमारी क्यूं नही सोचा एक बार मेरे बारे में वो मेरे राही
दुसरो की सलाह मानने से बेहतर कभी कभी अपने ही बनाये उसूलों पे चलना बेहतर होता है क्योंकी आप जिस परिस्थिति से गुजर रहे होते है उसी परिस्थिती से सलाह देने वाला गुजरा नहीं होता
हमेशा जिस से बात करने का मन हो और वो आपके सामने खडा हो तो उस से बात कर लेनी चाहिए क्योंकि हर किसी के किस्मत में सामने वाले से दोबारा मुलाकात लिखी नहीं होती