अब जो आगे बढ़ रहे हैं छूट गए पीछे बहुत से लोग और उनकी बातें साथ चल रही है तो वो सिर्फ यादें कभी हंसती है कभी बेहद रुलाती है यादें मीठी शहद सी कभी नीम सी ये यादें ।
माशूक़ माशुका के जाने पर रोने वालो ये दुनिया है यहाँ अलविदा उस शख्स को भी करना पड़ता है जिसने नौ महीने अपनी कोख में पाला उसकी भी यादों के सहारे जीना पड़ता जिसने जिंदगी को सँवारा ।