दर्द की न जाने कितनी, सरहदें पार कर दी, मैंने.खुशियो की एक झलक भी, मुझे नसीब न हुयी.. -
दर्द की न जाने कितनी, सरहदें पार कर दी, मैंने.खुशियो की एक झलक भी, मुझे नसीब न हुयी..
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ये कौन सा दौर आया है,जिंदगी में. न जीने की ही, चाहत है, न मरने की ही, हिम्मत.. -
ये कौन सा दौर आया है,जिंदगी में. न जीने की ही, चाहत है, न मरने की ही, हिम्मत..
ख्वाहिशें, न जाने कब ख़त्म हो चली। एक दर्द है, बस साथ निभा रहा है।।करे तो कोई, क्या करे, ख़ुदा। ।।जिए तो, जिए, पर कैसे ।।।। -
ख्वाहिशें, न जाने कब ख़त्म हो चली। एक दर्द है, बस साथ निभा रहा है।।करे तो कोई, क्या करे, ख़ुदा। ।।जिए तो, जिए, पर कैसे ।।।।
ये यादें मेरा, पीछा ही नहीं छोड़ती ।दूर जाते जाते, अब थक गया हूं, मैं ।। -
ये यादें मेरा, पीछा ही नहीं छोड़ती ।दूर जाते जाते, अब थक गया हूं, मैं ।।
तेरी यादों का तूफ़ान,अब भी उड़ाता है धज्जियाँ, मेरी रूह की ..तुझे कहां ख़बर, एक दशक से, सजा पा रहा हूं मैं.. -
तेरी यादों का तूफ़ान,अब भी उड़ाता है धज्जियाँ, मेरी रूह की ..तुझे कहां ख़बर, एक दशक से, सजा पा रहा हूं मैं..
काश कहीं से, कोई हवा आए.काश कहीं तो, मेरा ये दर्द जाए.. -
काश कहीं से, कोई हवा आए.काश कहीं तो, मेरा ये दर्द जाए..
इतनी क्यूँ बेरहम, हुयी जिंदगी.अब कोई आरज़ू, मुझमें बची ही नहीं. -
इतनी क्यूँ बेरहम, हुयी जिंदगी.अब कोई आरज़ू, मुझमें बची ही नहीं.
ये अंधेरी रातें ही तो हैं, अब जो हैं।मेरे पास दर्द और इनके सिवा, अब बचा क्या है।। -
ये अंधेरी रातें ही तो हैं, अब जो हैं।मेरे पास दर्द और इनके सिवा, अब बचा क्या है।।
दिल में तूफ़ान समेटे, बैठा हूं मैं.मिलो तो बताऊं, क्या हुआ है मुझे.. -
दिल में तूफ़ान समेटे, बैठा हूं मैं.मिलो तो बताऊं, क्या हुआ है मुझे..
सबकुछ तो खो दिया, अब बचा ही क्या है।दिल ने रोकर कहा, ये दर्द, और तन्हाई !! -
सबकुछ तो खो दिया, अब बचा ही क्या है।दिल ने रोकर कहा, ये दर्द, और तन्हाई !!