NIDHI   (Nidhi bharti)
59 Followers · 4 Following

Student
Joined 10 January 2020


Student
Joined 10 January 2020
20 AUG 2020 AT 0:00

तेरी इस मोटी सी डायरी की हर पन्ने में
अपना एक जिक्र ढूंढती हूं

हर शख्स मौजूद है यहां सिवाय मेरे
फिर भी अपने लिए थोड़ी फिक्र चाहती हूं

तुझसे पुरानी मोहब्बत की उम्मीद नहीं करती मैं
पर तेरे नए बदलाव से बहुत डरती हूं

तुझसे लड़के झगड़ के हमेशा एक नया कोना ढूंढती हूं
इस बार बस मनाने ना जाए तू मुझे

सच कहूं तो,
खुदा से यही दुआ करती हूं

-


19 AUG 2020 AT 23:33

कितना अंधेरा है दिल में
लगता है मोहब्बत का आखिरी अक्षर भी मिट गया
छोड़ो अब क्या ही बताऊं तुम्हें इस दिल की भी बात
बार बार हर बार बस एक ही बात कहता है
मोहब्बत है तो निभा लो,नहीं है तो अंधेरे को मिटा दो

-


17 JUL 2020 AT 15:50

आज भी आंखों में बसा चेहरा
उतनी ही खूबसूरत और ताजी सी है
मेरी इबादत में शायद असर थोड़ी कम है
जिस एक चेहरे पर बार दिया मैंने अपना जीवन
उससे मुलाकात आज भी एक स्वप्न सा है

-


11 JUL 2020 AT 19:02

उसे अब डर नहीं रहा
मुझे खो देने का
चलो अच्छा ही है
अफसोस भी नहीं होगा मुझे
मेरे मर जाने का


-


2 JUL 2020 AT 0:34

ए खुदा तेरा शुक्रिया
मेरे प्यार को तूने ख़ुदा के रूप में दिया
बड़ा खुशनुमा दिन है यह मेरी जिंदगी का
मेरे प्यार ने धरती पर है दस्तक दिया
गुजारिश है तुझसे ए मेरे रब
हर रोज तू बस एक दुआ मेरे कुबूल कर
चाहे भूल जा तू मुझे सांस देना
बस मेरी मोहब्बत को हर गम से तू महफूज रख
Happy birthday❤🎂❤


-


25 JUN 2020 AT 19:05

तुम क्या जानो मैंने कितना इंतजार किया तुम्हारा
उस शाम को कभी सुबह में बदलते नहीं देखा
तुमने तो मुड़ के भी नहीं देखा मेरी तरफ
और मैं तुम्हारे आने की तारीख गिना करती हूं
शिकायत करनी है इस बार तुम्हारी तुझसे ही
इस बार बिना किसी बहाने के तुझसे मिलना है

-


21 JUN 2020 AT 21:26

तेरे इतने करीब होकर भी
मुझे दूर होने का एहसास
तू रोज कराता है
ये कैसी बेबसी है
जो एक छत के नीचे
रहते हैं हम दोनों
पर सात समंदर पार
सी अपने रिश्ते में दूरी हैं

-


20 JUN 2020 AT 13:07

मेरी बेइन्तहा मोहब्बत की परछाई
तेरे दिल में साफ़ साफ़ बनती हैं
ये तो अलग बात है कि तुम
इंकार करने का मंसूबा बनाये बैठे हों
अब तुम क्या जानो
जो दिवानी बनी फिरती हैं तेरे पीछे
उसकी एक निगाह कि आश में
ना जाने कितने दिल आज भी तरपते है

-


23 MAY 2020 AT 0:28

कोशिश करना जिन्दा रहे हम
तुमसे बेइंतेहा मोहब्बत जो करने लगे हैं

-


16 MAY 2020 AT 22:42

कोई अनजाना इतना जरूरी कैसे हो सकता है
जो मेरी हर खुशी को पल भर में दर्द मे बदल सकता है
ये प्यार तो नहीं हो सकता नाह...
जिसमें एक राजा और दूजे को रोज मिलती सज़ा हो
सब समझ कर भी मैं नासमझ क्यूं बनती हूं
शायद ये पागलपन सा प्यार है शायद...
जिसमें रोज़ आग में जलकर दोपहरी की धूप का इंतजार करती हूं

-


Fetching NIDHI Quotes