मोम की रोशनी में बैठ,हकीकत से रू-ब-रू हुए।थोड़ी सी ज़िन्दगी रोशन मिले,कीमत दर्द से भी अदा होती हैं।। -
मोम की रोशनी में बैठ,हकीकत से रू-ब-रू हुए।थोड़ी सी ज़िन्दगी रोशन मिले,कीमत दर्द से भी अदा होती हैं।।
-
अदा कर न सकेगें कभी ,अत्फ़ खुदा की कहते जिसे। -
अदा कर न सकेगें कभी ,अत्फ़ खुदा की कहते जिसे।
लहू के कतरे सा बहने लगा मुझ में,मेरा दिल कब इतना उसका हुआ । -
लहू के कतरे सा बहने लगा मुझ में,मेरा दिल कब इतना उसका हुआ ।
आईना बोल पड़ा,मेरे पास तुम आ गयी,तुम्हारी वो आंखें कहा गयी? -
आईना बोल पड़ा,मेरे पास तुम आ गयी,तुम्हारी वो आंखें कहा गयी?
हम से तअल्लुक़-ए-ख़ातिर तो हैं परछाई मेरी,ये बात और है अंधेरे देख बेवफ़ा हो जाती हैं । -
हम से तअल्लुक़-ए-ख़ातिर तो हैं परछाई मेरी,ये बात और है अंधेरे देख बेवफ़ा हो जाती हैं ।
ये सोचकर उसे सोचना छोड़ दिया।दिल ने धड़कना छोड़ दिया,अपना चांद इस चांद से तकती हूं।सोचती हूं जो सोचो वो होता है,बस पूरे विश्वास और लगन से सोचो। -
ये सोचकर उसे सोचना छोड़ दिया।दिल ने धड़कना छोड़ दिया,अपना चांद इस चांद से तकती हूं।सोचती हूं जो सोचो वो होता है,बस पूरे विश्वास और लगन से सोचो।
हवा के वेग से चलती हूंउसकी नज़र रोक देती है,उसे ये गलतफहमी अब भी है,हमें तो साड़ी पहन चलना आज भी नहीं आता है। -
हवा के वेग से चलती हूंउसकी नज़र रोक देती है,उसे ये गलतफहमी अब भी है,हमें तो साड़ी पहन चलना आज भी नहीं आता है।
हजार दुश्मन भी एक को न रोक पाएं ॥कुछ तो बड़ा पुराना रिश्ता था महबूब से। -
हजार दुश्मन भी एक को न रोक पाएं ॥कुछ तो बड़ा पुराना रिश्ता था महबूब से।
ब-दस्तूर अपनाने वाला हमें, एक तू ही है मिला ज़माने में। -
ब-दस्तूर अपनाने वाला हमें, एक तू ही है मिला ज़माने में।
हयात तो बिता दी तलाश ए हयात में,अब जो मिली हयात तो हयात न लगीं। -
हयात तो बिता दी तलाश ए हयात में,अब जो मिली हयात तो हयात न लगीं।