जिंदगी तेरे हर किस्से को अपनाया है हमने, बस अब किसी किरदार की चाहत ना रही... -
जिंदगी तेरे हर किस्से को अपनाया है हमने, बस अब किसी किरदार की चाहत ना रही...
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होगा कृत्य तुम्हारा माफ़ नही.. जब तक होगा इंसाफ नही..उस नारी ने तुझको सृजन किया.. इसकी भी तुझको लाज नही.. जिस माता ने तुझको पोषा है..तूने उसको भी नही छोड़ा हैधिक्कार है तेरी माता परएक बार नही सौ बार यही कहना भी कोई पाप नही... जब तक होगा इंसाफ नही होगा कृत्य तुम्हारा माफ नही.. -
होगा कृत्य तुम्हारा माफ़ नही.. जब तक होगा इंसाफ नही..उस नारी ने तुझको सृजन किया.. इसकी भी तुझको लाज नही.. जिस माता ने तुझको पोषा है..तूने उसको भी नही छोड़ा हैधिक्कार है तेरी माता परएक बार नही सौ बार यही कहना भी कोई पाप नही... जब तक होगा इंसाफ नही होगा कृत्य तुम्हारा माफ नही..
इतने कठिन तो नही थे तुम,, फिर क्यु सुलझ नही रहे.. -
इतने कठिन तो नही थे तुम,, फिर क्यु सुलझ नही रहे..
ये मेरी कविताएँ भी अज़ीब है,, मेरे शब्दो को खुद के जेहन मे उतार लेती है।। -
ये मेरी कविताएँ भी अज़ीब है,, मेरे शब्दो को खुद के जेहन मे उतार लेती है।।
लिखना आदत नही जरूरत है हमारी, गर आदत छुट भी जाए जरूरत का क्या,,। -
लिखना आदत नही जरूरत है हमारी, गर आदत छुट भी जाए जरूरत का क्या,,।
मुखातिब हुए है बड़े दिनों बाद हमसे,, कह रही है कलम और स्याही मेरी।। -
मुखातिब हुए है बड़े दिनों बाद हमसे,, कह रही है कलम और स्याही मेरी।।
हर भूल को हम भूल से अब भूल जाते है,, जिंदगी के गीत मीठे गुनगुनाते हैहै रब जो राबता में राह मे रोशन कराते है, प्रेम मे उस प्रीत से पूजा कराते हैहै सिलसिला ये जलजला तुमको भुलाने का, उस रंग को उस रंज को रग से मिटाते हैनाज़ भी है प्यार भी है भूल पर भी भूल से ही अब हृदय से भूलकर हम चेहचहाते है।।। -
हर भूल को हम भूल से अब भूल जाते है,, जिंदगी के गीत मीठे गुनगुनाते हैहै रब जो राबता में राह मे रोशन कराते है, प्रेम मे उस प्रीत से पूजा कराते हैहै सिलसिला ये जलजला तुमको भुलाने का, उस रंग को उस रंज को रग से मिटाते हैनाज़ भी है प्यार भी है भूल पर भी भूल से ही अब हृदय से भूलकर हम चेहचहाते है।।।
है मनुष्य तु याद कर,,हर कोशिशो को आज करकर हर सफल तु काज को,,पर भूल ना तु आज को,,है सजा हर भूल की,,तु भूल को स्वीकार कर,,हर भूल से ही सीखकर ,,तु कल का निर्माण करकल का तु भविष्य है,पर आज पर तु नाज़ कर।। Neetika Dubey -
है मनुष्य तु याद कर,,हर कोशिशो को आज करकर हर सफल तु काज को,,पर भूल ना तु आज को,,है सजा हर भूल की,,तु भूल को स्वीकार कर,,हर भूल से ही सीखकर ,,तु कल का निर्माण करकल का तु भविष्य है,पर आज पर तु नाज़ कर।। Neetika Dubey
रुका है एक पल के लिएअभी थका नही ठहरा नही "आदित्य" है तु जो कभी ,डूबा नही हारा नही है,हौसले बुलंद कर तु,स्वप्न को नये पंख दे तुतु आसमां का शान है कोई टुटता तारा नही।।हार एक सीख हैजीत की ये 'नीति' है,ये कोई सजा नही है,जीत की शुरुवात है।। Neetika Dubey -
रुका है एक पल के लिएअभी थका नही ठहरा नही "आदित्य" है तु जो कभी ,डूबा नही हारा नही है,हौसले बुलंद कर तु,स्वप्न को नये पंख दे तुतु आसमां का शान है कोई टुटता तारा नही।।हार एक सीख हैजीत की ये 'नीति' है,ये कोई सजा नही है,जीत की शुरुवात है।। Neetika Dubey
तुम भी वही हम भी वही,फिर क्यू सब कुछ अब बदला है,क्यू अब तुम मांझी नही मेरेक्यू अब मै तेरी पतवार नही,तुम भूले या मै भूली वोकिस पर इल्जाम लगाउ मै,शायद ऐसा ही होता है,इससे ज्यादा उम्मीद नही।। neetika dubey -
तुम भी वही हम भी वही,फिर क्यू सब कुछ अब बदला है,क्यू अब तुम मांझी नही मेरेक्यू अब मै तेरी पतवार नही,तुम भूले या मै भूली वोकिस पर इल्जाम लगाउ मै,शायद ऐसा ही होता है,इससे ज्यादा उम्मीद नही।। neetika dubey