N🅰️zia z🅰️reen💎   (NAZIA ZAREEN(نازیا) 🍁)
2.3k Followers · 27 Following

read more
Joined 25 June 2020


read more
Joined 25 June 2020
3 AUG 2021 AT 14:58

Akhir zindgi khawab kyu dekhati hai...
Na pori hone wali khawahish ankhon me bar bar ajati hai...
Akele safar tai krne ka darr hmesha mn me rah jati hai...
Apno ko khone ka Dard dil me baith jati hai...

-


29 JUL 2021 AT 1:25

जुग~जुग जियो मेरी दिल की रानी
जैसे चहकती रहें तुम्हारी
खूबसूरत कहानी!!

सारी उम्मीदें हों पुरी तुम्हारी
न कोई दिल में अरमान रहें सारी!!

क्या लिंखों तुम्हारी दोस्ती पर
बस हमेसा साथ रहो
यही दुआ है हमारी!!

मासूम मुश्कुराहट सदा रहें
तुम्हारी चहरे पर
Allah तुम्हे वो सब कुछ दें
जो तुम्हारी दिल में रहें!!

-


29 JUN 2021 AT 15:24

रिश्ता_ए_डोर को न तोड़ो कभी
माना बहुत सी उलझन हैं, मगर न छोड़ों इसे कभी !!

मैंने भी बहुत कहा होगा तुम्हें
अब तुम्हारा भी हक़ है, गिले शिक्बे करो कभी !!

लगता मेरी नाराज़गी से बेजार हो गई हैं, रिश्ते
मुझसे शिकायते हो तो यूं ख़ामोशी न लाया करो कभी !!

कैसे समझाऊं तुम्हे ये आम से खास तक का सफर
जो आँखो से समझलो फिर लफ्ज़ _ए_उलझन न होगी कभी !!

ताल्लूक सबसे अच्छा रखा जाए नाजिया
फकत इन छोटी_छोटी बातों पर दूरी न आए कभी !!


-


20 MAY 2021 AT 17:56

अपना गम और न छिपाया जाए
कुछ अपनो के संग बाटा जाए !!

बैठे~बैठे थक सा गया हैं मन
चलो फिर से राह~ए~मंज़िल के
तरफ चला जाए !!

तलब नहीं रही ख्वाहिंशे पुरी होने की
बस हर पल जिंदगी को खुल कर
जिया जाए !!

लोगों की मसरूफियत ने
बेजार कर दिया है
अब कुछ पल खुद के लिए भी
बिताया जाए !!

बहुत शोर मची है खुद के अन्दर
अब नाजिया
ख्यालों की दुनिया से निकला जाए !!

-


23 APR 2021 AT 16:26

ख्वाबों के सफर से दूर निकल चुके हैं
खुद से किया वादा धीरे_धीरे भूल चुके हैं!!

ख्वाहिश नहीं रही Manzil को पाने की
अब बस zindgi से समझौता कर के चल रहे हैं!!

खुद में नाराज हूं ,आखिर ख्वाब क्यों तोड़े
जब manzil तक पहुँचना ही नहीं था
तो shuruwat कर के क्यों छोड़े!!

अभी भी आस बची है , कुछ करने केलिए
मगर दिल में आग नहीं रही कुछ कर दिखाने केलिए!!

शुक्रगुजार हूं Maulaa अभी तक आप ने थामे रखा हैं
इसलिए तो दर्द छिपा कर मुश्कुराना सीखा हैं!!

-


3 APR 2021 AT 16:17

अपने शहर से दूर कौन खुश रहता हैं
कुछ मजबूरिया होती जिसके
डोरी से बंधे होते हैं!!
खुद की खुशियाँ ढूंढते_ढूंढते
बेजार होगाए हैं
जिंदगी एक सवाल थीं
मगर अब जवाब माग रही हैं!!
रिश्तों में ऐसे उलझे की
खुद का बाजूद खो दिये हैं
अब तो ख्वाबों ने भी मुझसे
मूंह मोड़ लिये है!!
यूं तो ख़ामोशी ने अपना हक़ माग लिया
तो लफ्जों के बारे में क्या कहना
जब अपना हाल का खबर न हो
तो दूसरे के बारे में क्या कहना!!
जिंदगी के मुश्किल राह पर है "नाजिया"
जहां हर कदम पर टूटे ख्वाब मिल रहें हैं!!

-


11 MAR 2021 AT 19:06

जैसे आहिस्ता-आहिस्ता बिछड़ने के
दिन करीब आ रहे हैं
लगता है , जैसे खुद को तोड़ रही हूं मैं !!

अपनी यादों को समेट रही हूं
बिछड़ने केलिए
किसे मालूम फिर किधर मिलूंगी मैं !!

अपना सब कुछ ख़तम होने पर है
फिर भी दर्द छिपा कर मुस्कुरा रही हूं,मैं !!

हौसला नहीं बाकी अब मिलने का
जब बिछड़ना लाज़मी होग्या हो तो !!

-


1 MAR 2021 AT 16:21

आयशा तुमने केतना कुछ सहा होगा ना !!
तब भी तो ये कदम उठाया होगा ना!!
हंसता होआ चहरे पर ना जाने !!
केतना दर्द का पहरा होगा ना !!
जब नदी में कूदी होगी तो
नदी भी रोई होगी ना !!
अपनों से लड़ते लड़ते आखिर
कार खुद से हार गई होगी ना !!
बाप की लाडली , माँ की दुलारी
फिर एक बेटी दहेज़ के लिए
अपनी जान गवां दी ना !!
रहमत बन कर उतरी थी
क्यों जहमत बन गई बेटी !!
मेरा जुर्म गुनाह क्या है बतलादो
पूछती राह गई बेटी !!
बेटीयों पर लिखते लिखते
सिहाई कम पड़ रही सबकी !!
मगर फिर भी हैवानों की
हैबानियत कम नहीं हो रही !!

-


25 FEB 2021 AT 13:13

Wafadari Ki Bat Ho To Aaina ko Tazkira Krna 'Nazia'
Wrna Logon ko Aksar aanshu dekh KR haste dekha hai !!!

-


18 FEB 2021 AT 17:52

दोस्त ज़िन्दगी में उलझाने बढ़ गई है
मज़बूरी से घिरी बहुत परेशान हो तुम !!

लाख होगी ख़ामोशी के वज़ह तेरी
बस बोलने की वज़ह मुझे
बना लो दोस्त !!

नहीं मन करता तुमसे दूर होने का एक पल भी
क्युकी दोस्तो में दोस्ती की अलग पहचान हो तुम !!

जब भी नेकी का कोई काम किया हमने
दे दिया रब ने हमें आप जैसा दोस्त !!

-


Fetching N🅰️zia z🅰️reen💎 Quotes