हमारा इश्क़ किताब के पन्नो सा था उसे पलटना तो था ही, पर ग़र तुम बोल के जाते की मेरे दिल में अब तुम नहीं हो, तो मुझे तुम्हारी इस सच्चाई से ही ताउम्र के लिए प्यार हो जाता। और हम तुम्हें ख़ुद ही ख़ुशी से वहां जाने के लिए बोलते जहां आज कल तुम्हारा दिल लग रहा है।। ख़ैर जो किया सही किया ।