कल मैं नहीं था तो भी में तेरे दिल में था फिर तू नहीं था तो भी तू मेरे दिल में था चाहे तू कही भी रहे,चाहे मैं कहीं भी रहूं दुनिया की कोई ताकत हमें अलग नहीं कर सकती और जब तू और मैं साथ होते है तो सिर्फ हम ही होते है,और हमेशा साथ हम ही रहेंगे।
मेरे आधार चले गए मुझे छोड के मुझे, हैरत नहीं हुई.... मेरे खास चले गए मुझे छोड़ के मुझे, हैरत नहीं हुई मेरी रूह तक चली गई मुझे छोड़ के मुझे, हैरत नहीं हुई अब हैरत को हैरत है कि मुझे क्यों.... हैरत नहीं हुई।
तेरे हजारों रूप... यहां चोर भी तू,पोलिस भी तू अपराधी भी तू, जज़ भी तू खरीदने वाली भी तू,बेचने वाली भी तू सुख देने वाली भी तू,दुख देने वाली भी तू रक्षक भी तू,भक्षक भी तू सम्मान देने वाली भी तू,अपमान करने वाली भी तू दोस्त भी तू,दुश्मन भी तू ओ दुनिया.......तेरे हजारों रूप।