खुद के लिए तो हमेशा खुशियां तलाशते हैं,
चलो इस दिवाली दूसरों के चेहरों पर मुस्कान लाते हैं
अपनी हवेली को तो हम हर साल रोशन करते हैं,
चलो इस दिवाली किसी गरीब की आशियाने में दीपक जलाते हैं
खुद की उम्मीद बने रहना बेशक अच्छा है मगर,
चलो इस दिवाली किसी और की जिंदगी में उम्मीद की रोशनी लाते हें।
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