जज़्बात मेरे लब पे आया,
हर किसी ने इसका फ़ायदा उठाया,
काश मेरे बोल थोड़ा कम होते, शायद
इसी का लोगो ने मज़ाक उड़ाया, मैं
हस्ता गया इसी उम्मीद पे, की शायद
अब में किसी के काम तो आया,
पता न था धोका होगा,, कल वो शक्स कुछ
और था।। आज मैंने उसे भी फिर से आजमाया
शायद बदल चुकी हैं ये दुनिया, मुझे यह अब समझ
आया, खोया था मैं कुछ इस कदर के आपने बारे न
सोच मैने दूसरो पर अपना समय लगाया, फिर समझ
आया – के दुनिया किसी के बस की नहीं, यहाँ तो
जो शक्सस आया उसने हमेशा वक्त पे ना कुछ पाया
ना दुनिया से कमाया सिर्फ रोते हुए आया और
दूसरो को रुलाते हुए आपने कर्मो का फल पाया।।।
माना के कमजोर नहीं हम दिल से
पर पत्थर का दिल भी टूटा करता हैं।
वक्त वक्त की बात हैं मेरे भाई
आज मैंने आपने कर्मो का फल पाया
और कर्म से भड़कर ना कुछ खोया,
ना ही कुछ पाया.
#जय माता दी ♥️
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