Monik Sharma   (मोनिक)
14 Followers · 26 Following

Joined 6 August 2020


Joined 6 August 2020
24 APR AT 21:30

कितना सुकून भरा था ना वो दिन
एक ओर खुदा के दर का सहारा और दूसरा साथ तुम्हारा .....

-


11 APR AT 22:06

कुछ मेरे तो कुछ आपके जज़्बात हैं
बातों में हमारी इक दूजे को समझें ऐसे एहसास हैं
हाँ माना के इंतज़ार करना है अभी कई पहरोन का
फिर सोचा बीत जाएंगे ये पल यूँ ही
क्यूंकि मंज़िल मेरी बहुत खास है

-


6 APR AT 21:09

इन आँखों की मस्ती मानो बेहता सा झरना
चेहरे की मुस्कुराहट जैसे चाँद का आहें भरना
प्यारी तो ऐसे हो जैसे गुलिस्ताँ जैसे
आवाज़ मीठी इतनी मानो कोयल की कूक जैसे
ज़ुल्फ़ें भी मानो ठंडी हवा सा एहसास
जब दिल से पहचाना तो ये जाना कि आप हैं कुछ खास...

-


6 APR AT 21:06

इन आँखों की मस्ती मानो बेहता सा झरना
चेहरे की मुस्कुराहट जैसे चाँद का आहें भरना
प्यारी तो ऐसे हो जैसे गुलिस्ताँ जैसे
आवाज़ मीठी इतनी मानो कोयल की कूक जैसे
ज़ुल्फ़ें भी मानो ठंडी हवा सा एहसास
जब दिल से पहचाना तो ये जाना कि आप हैं कुछ खास...

-


6 APR AT 21:05

इन आँखों की मस्ती मानो बेहता सा झरना
चेहरे की मुस्कुराहट जैसे चाँद का आहें भरना
प्यारी तो ऐसे हो जैसे गुलिस्ताँ जैसे
आवाज़ मीठी इतनी मानो कोयल की कूक जैसे
ज़ुल्फ़ें भी मानो ठंडी हवा सा एहसास
जब दिल से पहचाना तो ये जाना कि आप हैं कुछ खास...

-


6 APR AT 20:54

इन आँखों की मस्ती मानो बेहता सा झरना
चेहरे की मुस्कुराहट जैसे चाँद का आहें भरना
प्यारी तो ऐसे हो जैसे गुलिस्ताँ जैसे
आवाज़ मीठी इतनी मानो कोयल की कूक जैसे
ज़ुल्फ़ें भी मानो ठंडी हवा सा एहसास
जब दिल से पहचाना तो ये जाना कि आप हैं कुछ खास...

-


6 APR AT 20:53

इन आँखों की मस्ती मानो बेहता सा झरना
चेहरे की मुस्कुराहट जैसे चाँद का आहें भरना
प्यारी तो ऐसे हो जैसे गुलिस्ताँ जैसे
आवाज़ मीठी इतनी मानो कोयल की कूक जैसे
ज़ुल्फ़ें भी मानो ठंडी हवा सा एहसास
जब दिल से पहचाना तो ये जाना कि आप हैं कुछ खास...

-


6 APR AT 20:50

इन आँखों की मस्ती मानो बेहता सा झरना
चेहरे की मुस्कुराहट जैसे चाँद का आहें भरना
प्यारी तो ऐसे हो जैसे गुलिस्ताँ जैसे
आवाज़ मीठी इतनी मानो कोयल की कूक जैसे
ज़ुल्फ़ें भी मानो ठंडी हवा सा एहसास
जब दिल से पहचाना तो ये जाना कि आप हैं कुछ खास...

-


18 JUL 2023 AT 23:06

किसी ने नहीं जाना मेरा लड़कपन से दूर जाना
नहीं जाना किसी ने मेरा अपनी इच्छाओं से आँखें चुराना
बस जाना तो मेरा बदलना
नहीं जाना किसी ने मेरा लड़खड़ाना ....

-


17 JUL 2023 AT 22:46

कभी कभी इंसान को उसकी माजबुरियां पीछे खींच लेती हैं
इसका मतलब ये नहीं की वो बदल गया है
बस वक़्त उसके हाथ में नहीं....

-


Fetching Monik Sharma Quotes