मंजिल एक है राह अनेक।।तमन्ना एक है चाह अनेक।।। -
मंजिल एक है राह अनेक।।तमन्ना एक है चाह अनेक।।।
-
खूली आंखों से लोग आसमान को देखते हैं..अौर हम सपना।।।जमीन भी पराया लगता है़..जब हमे गले लगाता है कोई अपना।।।। -
खूली आंखों से लोग आसमान को देखते हैं..अौर हम सपना।।।जमीन भी पराया लगता है़..जब हमे गले लगाता है कोई अपना।।।।
चलो इस साल दिवाली थोड़ा खास बनाएं।🤗 सारे गिले शिकवे भुला कर अपनों को पास बुलाएं।😍दीपक लगाकर सबके मन में नई उम्मीद जगाएं।😊 मिठाई के थाली मैं खुशियां परोंसे और सबको गले लगाएं।।😚😚 -
चलो इस साल दिवाली थोड़ा खास बनाएं।🤗 सारे गिले शिकवे भुला कर अपनों को पास बुलाएं।😍दीपक लगाकर सबके मन में नई उम्मीद जगाएं।😊 मिठाई के थाली मैं खुशियां परोंसे और सबको गले लगाएं।।😚😚
वक्त वक्त की बात है।। कल जो वक्त था बह आज इस वक्त भी याद है।। फर्क सिर्फ इतना है कल का बिता वक्त आज एक इतिहास है।। -
वक्त वक्त की बात है।। कल जो वक्त था बह आज इस वक्त भी याद है।। फर्क सिर्फ इतना है कल का बिता वक्त आज एक इतिहास है।।
ना अमीरी ना गरीबी ।दुनिया में सबसे ज्यादा दुख देता है करीबी।। -
ना अमीरी ना गरीबी ।दुनिया में सबसे ज्यादा दुख देता है करीबी।।
ना बोलने पर भी जो जरूरतें समझ जाए।...... ....परख लेना उस इंसान को भी, अगर पिता के सिवाय कोई और मिल जाए ।। -
ना बोलने पर भी जो जरूरतें समझ जाए।...... ....परख लेना उस इंसान को भी, अगर पिता के सिवाय कोई और मिल जाए ।।
इस दिल में कभी झांक के देखा है ??उस पर किसी का राज नहीं जिस पर हक सिर्फ मां का है।। -
इस दिल में कभी झांक के देखा है ??उस पर किसी का राज नहीं जिस पर हक सिर्फ मां का है।।
जिंदगी भी और क्या क्या सिखाएगी?? कितनों को करीब और कितनों को दूर ले जाएगी?? -
जिंदगी भी और क्या क्या सिखाएगी?? कितनों को करीब और कितनों को दूर ले जाएगी??
तेरी आवाज इस तरह शोर मचा रही थी कि मानो जंगल नहीं रेगिस्तान हो।।। -
तेरी आवाज इस तरह शोर मचा रही थी कि मानो जंगल नहीं रेगिस्तान हो।।।
मेरे लिए जो पराया वह किसी का अपना ही होगा ।।मेरा ना सही मगर किसी अपने का तो दिल दुखाया ही होगा।। -
मेरे लिए जो पराया वह किसी का अपना ही होगा ।।मेरा ना सही मगर किसी अपने का तो दिल दुखाया ही होगा।।