किसी और की सुध लूँ भी तो कैसे..तुझमें ही तो अक़्स मेरा गुम हुआ जा रहा..! -
किसी और की सुध लूँ भी तो कैसे..तुझमें ही तो अक़्स मेरा गुम हुआ जा रहा..!
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शानदार न सही कच्ची दीवारों का मकां तो है, #ख़ुदा की नेमत मान उसे घर बना ही लूँगी! -
शानदार न सही कच्ची दीवारों का मकां तो है, #ख़ुदा की नेमत मान उसे घर बना ही लूँगी!
वक़्त अपनी चोट देता ज़रूर है हर किसी को ,मन मुताबिक मंज़िल तो तक़दीर की मुट्ठी में है l -
वक़्त अपनी चोट देता ज़रूर है हर किसी को ,मन मुताबिक मंज़िल तो तक़दीर की मुट्ठी में है l
यूँ तो तन्हाई में अक़्सर ख़ुद को पढ़ते रहे हैं हम, पर टैग नादानी का बड़ी आसानी से पहना देते हैं लोग l -
यूँ तो तन्हाई में अक़्सर ख़ुद को पढ़ते रहे हैं हम, पर टैग नादानी का बड़ी आसानी से पहना देते हैं लोग l
प्रेम पथ आसान नहीं, न.. ही निराधार, कठिन तप के बाद हुई शिवा.. शिव से एकाकार..!मधु मिshra 🌿☘️ -
प्रेम पथ आसान नहीं, न.. ही निराधार, कठिन तप के बाद हुई शिवा.. शिव से एकाकार..!मधु मिshra 🌿☘️
आँखें झूठ नहीं बोलती, तभी तो...पढ़ लिया था मैंने, तुम्हारी चोर नज़रों में,अपने लिए तुम्हारी दिवानगी l -
आँखें झूठ नहीं बोलती, तभी तो...पढ़ लिया था मैंने, तुम्हारी चोर नज़रों में,अपने लिए तुम्हारी दिवानगी l
डरकर भी भला बताइए, कहाँ, किसने मंज़िल पाई है,"जीत तो साहस" के साथ आगे बढ़ने में हुआ करती है l -
डरकर भी भला बताइए, कहाँ, किसने मंज़िल पाई है,"जीत तो साहस" के साथ आगे बढ़ने में हुआ करती है l
आसमान में पल पल बदलते बादलों की अठखेलियाँ,"भागदौड़ भरी ज़िन्दगी" में सुकूं इससे बढ़कर देखा नहीं कोई..! -
आसमान में पल पल बदलते बादलों की अठखेलियाँ,"भागदौड़ भरी ज़िन्दगी" में सुकूं इससे बढ़कर देखा नहीं कोई..!
अगर ज़िद सफ़र करने की हो.. -
अगर ज़िद सफ़र करने की हो..
जब तक इज़हार न हो तब तक.. समझेंगे कैसे दिल की बात...! होंठ कहें ये ज़रूरी तो नहीं.. आँखों से भी पढ़े जाते हैं जज़्बात..! -
जब तक इज़हार न हो तब तक.. समझेंगे कैसे दिल की बात...! होंठ कहें ये ज़रूरी तो नहीं.. आँखों से भी पढ़े जाते हैं जज़्बात..!