Manju Juneja   (Dr Manju Juneja)
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Joined 3 April 2018


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15 HOURS AGO

थी कराबत दरम्यान, दर्द, जुदाई का सहना पड़ा ,
लौटकर, ना आना कभी, दफ़अतन कहना पड़ा.

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15 APR AT 0:35

महसूस
आज सुबह से मंजू को कोई याद कर रहा था। अभी भी भीनी भीनी याद करने की खुशबु उसे महसूस हो रही थी। पता नहीं कौन याद कर रहा रहा था।उसने अपने परिवार में फोन कर के भी आज बात की। अपनी सहेलियों से तो कल रात ही बात हुई थी। उसके साथ एक बड़ी अजीब सी चीज होती थी, उसकी नाक में एक अजीब सी सनसेशन महसूस होती थी। लोगों को हिचकी आती है पर मंजू को तो समझ ही नहीं आता था कि उसके साथ ये क्या होता है। बिस्तर पर लेटे हुए वो बस यही सोच रही थी।चोट लगने की वजह से पिछले महीने से ही डॉ ने बैठने को मना किया किया था। इससे पहले वो बीमार पड़ गई थी। जब से उसने लिखना बंद किया था उसके साथ कुछ ना कुछ ऐसा हो रहा था। अभी भी लेटे लेटे हुए लिख रही थी,बैठ तो वो ज्यादा देर पाती नहीं थी। उसे

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8 APR AT 23:54

माफ़ कीजिएगा तीन महीने तक किसी को भी पद नहीं सकते. कारण कोई भी नहीं पूछिएगा .हमे मालूम है आप सभी बेहद उम्दा लिखते हैं हमारी ओर से आप सभी को चैत्र मास माँ के पावन नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं. माँ मंगला भद्रकाली शारदे aap सभी की मनोकामनाएं पूर्ण करे। आप सब पर माँ भगवती का आशीर्वाद बना रहे। कोई भूल हमसे अनजाने में हुई हो तो अंतर्मन से सभी से माफी चाहते हैं. 🙏🙏

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8 APR AT 22:26

ना बँध, समाज के दिखावे  में ,
ये है कुछ और, दिखता कुछ और है,
राजनीति में, अधिकतर लोग चोर हैं .

हर इंसान ने चेहरे पर, पहना हुआ है जामा,
दिखता कुछ और है, होता कुछ और है.

खो बैठे,  कई डाक्टर भी ईमान अपना,
बड़े हस्पताल में सिर्फ़, पैसों का जोर है .

चपरासी से लेकर, ऊँची पोस्ट वाले भी बिक चुके ,
पोलिस वाले भी कई, देखो रिश्वत खोर है
बिक गई इंसानियत, बाकि कुछ ना बचा ,
इश्क़- मोहब्बत का भी, झूठा शोर है.

मोहब्बत में, पाकवियता ख़त्म हो गई,
तू नहीं और सही, और नहीं और सही ,
बस जिंदगी में, इसी का दौर है .

मंजू कहती है, ख़ुद को बंजारन ,
कभी यहां, कभी वहां ,ना मेरा कोई ठौर है .

बहती नदी तो, समन्दर जा मिलती है ,
पर समंदर का देखो, दिखता कहाँ, कोई छोर है .

सात फेरों का भी बंधन, फीका पड़ता देखा यहाँ ,
मंजू कहती है ,रिश्तों को बांधे, कच्चे सूत की डोर है.

वक़्त के साथ जहां में, सभी रिश्ते, पड़ जाते हैं धूमिल,

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25 MAR AT 13:07

हैप्पी होली आप सभी को हमारी तरफ से। होली की हार्दिक शुभकामनाएं। इस पावन त्यौहार पर सभी की जिंदगी होली के रंगों से खिलती रहे ।राधा रानी की कृपा बरसती रहे। ढेर सारी दुआएं 💐💐🙏



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8 JAN AT 11:56

बनना है तो उस पेड़ की तरह बनो।
जो सबको अपनी छाया देता है
और शीतलता प्रदान करता है।
जो कभी भी
अमीर- गरीब का भेद भाव नहीं करता।
-डॉ मंजू जुनेजा (8/1/2024)

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6 JAN AT 23:06



इस ज़ालिम दुनियाँ में ,रंग बदलते लोग, बहुत मिल जाएंगे ,
मुँह पर मीठा मक्खन चुपड़ेगे, पीछे  से ये, जाल बिछाएगे.

कैसे करे, यक़ीन दिल किसी पर, जिंदगी की रफ़्तार में,
करके वो वादा ,मोहब्बत- ए- वफ़ा का, फ़िर मुकर जाएंगे .

जब तक, तुमसे मतलब होगा, साथ चलेंगे ,अपना बन ये ,
बुरा वक़्त, जब आएगा तुम पर, साथ तुम्हारा छोड़ जाएंगे.

कौन अपना कौन पराया, ये तो बुरे वक्त में, पता चलता है ,
जो होंगे अपने, बुरे वक़्त में, हाथ थाम साथ खड़े हो जाएंगे .

रंग बदलते लोगों की, कोई करे कैसे, जिंदगी में पहचान यहां ,
खाकर धोखा, जिंदगी में यारो,ये बात, हम सब समझ जाएंगे .
-डॉ मंजू जुनेजा (6/1/2024)

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6 JAN AT 22:33

दिल मे हर किसी ने, ग़म को जगह दे डाली ,
ना इस दर्द से तुम खाली, ना इस दर्द से मैं खाली.
-डॉ मंजू जुनेजा (6/1/2024)

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6 JAN AT 11:02

जो भी जिओ इसी पल में जिओ।
जो भी करना हैं इसी पल में करो।
आने वाले पलों का हमे नहीं पता
कि वो पल हमारी जिंदगी का
आख़िरी पल हो।

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5 JAN AT 14:36

दिल का दर्द ,जाने क्यों, यूँ शब्दों मे ढल जाता है ,
जाने कैसे लफ़्ज़ बन ,काग़ज़ पर उतर जाता है .
हर्फ़ दर हर्फ़,दर्द में यूँ भीगे ,काग़ज़ को भिगोते हैं,
करते हैं जब याद उसे ,हर लफ़्ज़ बिखर जाता है .
-डॉ मंजू जुनेजा (5/1/2024)


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