हर सोच है मुमकिन,
हर ख्वाब है मुमकिन,
तू चाहे तो हर बात है मुमकिन।
थोड़ी सी हिम्मत कर ले,
थोड़ी सी शिद्द्त कर ले,
होती है हर राह की मंजिल,
हर कोशिश हर बार है मुमकिन।
टूट टूट के बिखर रहा जो,
बिखर बिखर के सिमट रहा जो,
उम्मीद नही ये वक़्त है तेरा,
तेरे बस के भी हालात है मुमकिन।
परख सके तो परख ले खुद को,
जानले खुद को समझ ले खुद को,
दुनिया से अनजान नही तू,
तेरी भी पहचान है मुमकिन।
हर सोच है मुमकिन...
-