समंदर के लहरों बीच,
चलते चलते जूते खराब हो जाए,
तो उसे उसी पानी मे साफ कर लेना।
उन पत्थरों के बीच फिसलते देख,
जैसे थामा था मेरा हाथ तुमने,
उस आदत को हमेशा बरकरार रहने देना।
सुरज को डूबते देख,
समय का तो कुछ पता ही नही चला।
बात खत्म करने के लिए तो जनाब,
हमे उम्रभर साथ रहने देना।
कुछ शब्द दोस्ती के खातिर ही सही,
पर लिखे हे पूरे दिल से,
बस उसे प्यार का नाम देकर,
हमे एक दुसरे से जुदा न कर देना।
- महती मुळे
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