जिसे खो दिया था मैंने इस दुनियां की भीड़ में
उसे फिर इस दुनियां का हिस्सा बनाना चहती हूं
हां, मैं एक बार फ़िर से इश्क करना चाहती हुं
आसमां में वो पूनम का चांद और तेरी वो बातें
जिसे सुनने के लिए मै रात भर जगना चाहती हूं
हां, मैं एक बार फिर से इश्क करना चाहती हूं
तेरा यूं आकर मुझे अपनी बाहों में भर लेना
अब उसी छुअन से रूबरू होना चाहती हूं
हां, मैं एक बार फिर से इश्क करना चाहती हूं
तुझे देखते देखते रात दिन का पता न चलना
मैं उसी तरह फिर से तुझमें खोना चाहती हूं
हां, मैं एक बार फिर से इश्क करना चाहती हूं
तेरा यूं सारी दुनिया को भुलाकर मुझे देखना
कुछ इस कदर मैं खुद को संवारना चाहती हूं
हां, मैं एक बार फिर से इश्क करना चाहती हूं
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