Lily Mitra   (लिली🌷)
218 Followers · 14 Following

बस एक क़लम है,,और नही कुछ ख़ास बताने को😊
Joined 20 October 2017


बस एक क़लम है,,और नही कुछ ख़ास बताने को😊
Joined 20 October 2017
13 DEC 2023 AT 8:22


बाद-ए-सबा जो तुझे छूकर गुज़री,
शजर की हर शाख़ है बिखरी-बिखरी
तेरे शम्स-ए-नज़र से लेकर राहत
कांपती धुंध भी धूप सी निखरी..
- लिली

-


15 MAR 2019 AT 16:56

ज़रा-ज़रा सा छन कर
आ जाया करो
घने जंगलों में,
इतनी सी धूप काफ़ी है
ज़मीन का बदन सुखाने के लिए...
लिली😊

-


1 MAR 2018 AT 21:30

रंग चढ़ा ना कोई मुझ पर
चढ़ा कभी ना कोई गुलाल
कोरी मेरे मन की चुनरी
मैं हुई कभी ना शर्म से लाल!

भीगी तन की अंगिया खूब,
बहकी ना कभी मन की चाल।
सूखा मेरे मन का आँचल,
मैं हुई कभी ना शर्म से लाल!

इतने फागन बाद मिले हो,
करो मिलन हर बंधन टाल।
तुम संग झूम के होली खेलूँ,
आत्म खोह हो लाल म लाल !

देख ना मुझको ऐसे साजन
तन की ढीली पड़ती ताल
लोक-लाज अब ढोह ना पाऊँ
हाय !!! शर्म से हुई मै लाल,,

लिली मित्रा

-


22 JUN 2021 AT 21:22

आप अपनी ही बात कीजिए..

मेरी बातें तो अब लबों की राह भटक जाती हैं..
लिली🌷

-


22 JUN 2021 AT 21:21

कलम में स्याही ही रहे,
,
अश़्क भर जाएँ तो
कागज़ भींगता है
लफ़्ज़ नही उभरते
लिली🌷

-


22 JUN 2021 AT 7:35


मेरी निगेहबां ए नक्बत
मेरी ख़मोश महफ़िल की शमां
महक उठती है तड़पती हर फ़ुग़ाँ

तेरा मिलना है रिहाई
तेरा मिलना है ख़ुदाई

मै क्यूं ना तुझे हर शय में तलाशूं
सख़्त पत्थर सा नसीब
तेरी तासीर से तराशू
दस्तूर ए दुनिया से होना है निबाह ही

तेरा मिलना है रिहाई
तेरा मिलना है ख़ुदाई
लिली

-


20 JUN 2021 AT 9:46


'भरे' मन को 'रिक्त' करना
और
'रिक्त' मन को 'भरना'
एक अंतहीन श्रम
लिली😊

-


15 JUN 2021 AT 9:45

मुझे 'जंग' नही
मुहब्बत करनी थी
तुझसे...
ऐ ज़िन्दगी!
लिली😊

-


11 JUN 2021 AT 16:36

स्त्री होना-

''ताउम्र
एक 'सब्जेक्ट' बनकर जीना''
अपरिमित सम्भावनाओं का क्षेत्र
लिली😊

-


2 JUN 2021 AT 11:18

इतना yummyyyyyyy!
इतना tastyyyyyy!!
कितना yummy
और
कितना tasty
होता है?????🤔
लिली😁

-


Fetching Lily Mitra Quotes