✒️..कविया की कलम..✍️..   (कवियानामा)
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Joined 26 November 2017


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Joined 26 November 2017

मेरा मार्गदर्शक 'राजनीतिशास्त्र' है, जिसने कौटिल्य, सुकरात, प्लेटो, अरस्तू, मैकियोवेली, रूसो, जॉन स्टुअर्ट मिल, कार्ल मार्क्स जैसे महान शिक्षको से रूबरू करवाया और यह मेरा सौभाग्य है कि मैं इस विषय का विद्यार्थी हूँ।

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वही रामायण, वही दूरदर्शन,
बीस साल में इतने फ़ासले हो गए,
ना जाने वो भीड़ कहाँ चली गई,
इस रफ़्तार भरी जिंदगी में,
मैंने खुद को आज अकेला पाया।

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दुनियां बहुत खूबसूरत लगेगी

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कितनी... दफ़ा पूछ लिया

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और रक्त के साथ साथ आँसू बहते रहते है।

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शांत समंदर को अपनी बाते बताने लगे हम

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शिकायतें पहुँच जाती है।

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नींद नही आई उस रात जब,
उस नन्ही सी कली को आखर
पढ़ना आ गया...

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जहाँ नींद कम और सपने अधिक आते हैं।

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और मेरे उम्मीद की रोशनी भरे अधूरे ख़्वाब

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