मेरी समझ से बड़े सुलझे हुए लगते हैदेखने में भी बहुत खूबसूरत लगते होआओ पास कभी , तुम्हारी अहमियत बताएंकिसके पास हो और किसकी जरूरत लगते हो। -
मेरी समझ से बड़े सुलझे हुए लगते हैदेखने में भी बहुत खूबसूरत लगते होआओ पास कभी , तुम्हारी अहमियत बताएंकिसके पास हो और किसकी जरूरत लगते हो।
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आराम हो गया है, आराम के लिए फिर जाना हैकिसी के काम आकर अपना घर चलाना हैकिसी की खुशी में अपनी खुशियां झोकनी हैअपनी मुस्कान को कई चेहरों पे सजाना हैजिम्मेदारी है कंधों पे, थोड़ा सिर तो झुकाना हैठोकरों से सीखना, फिर बढ़ते ही जाना है -
आराम हो गया है, आराम के लिए फिर जाना हैकिसी के काम आकर अपना घर चलाना हैकिसी की खुशी में अपनी खुशियां झोकनी हैअपनी मुस्कान को कई चेहरों पे सजाना हैजिम्मेदारी है कंधों पे, थोड़ा सिर तो झुकाना हैठोकरों से सीखना, फिर बढ़ते ही जाना है
छोटी सी जिंदिगी में नाम बड़ा करनाख्वाबों की नींव है, हकीकत का जहान खड़ा करना है -
छोटी सी जिंदिगी में नाम बड़ा करनाख्वाबों की नींव है, हकीकत का जहान खड़ा करना है
ये खंजर कहां छुपा रखा था आपनेहमने कई दफा तलाशी ली थी आपकी। -
ये खंजर कहां छुपा रखा था आपनेहमने कई दफा तलाशी ली थी आपकी।
ये किस नज़ाकत से देखा है तुमने मुझे कि दिन गुजारने का सारा समान दे गए -
ये किस नज़ाकत से देखा है तुमने मुझे कि दिन गुजारने का सारा समान दे गए
कहते हो हर बात समझते हो मेरी फिर वही बातें समझानी पड़ती हैरोज जताते है हम मुहब्बत तुमसेलगता है तुम्हें हां में हां मिलानी पड़ती है -
कहते हो हर बात समझते हो मेरी फिर वही बातें समझानी पड़ती हैरोज जताते है हम मुहब्बत तुमसेलगता है तुम्हें हां में हां मिलानी पड़ती है
हाथों से निकल गया मेरे, वो परिंदा ही तो थाहमें जमीं पे रहना है, वो शाख का बासिंदा ही तो था -
हाथों से निकल गया मेरे, वो परिंदा ही तो थाहमें जमीं पे रहना है, वो शाख का बासिंदा ही तो था
कहने को तो कुछ भी नहीं है तन्हाई मेंसुकून का समान ढूंढता हूं खुद की गहराई मेंमुझसे मिलो तो मेरी कैफियत न पूछना कौन रखता है दर्द का हिसाब जुदाई में -
कहने को तो कुछ भी नहीं है तन्हाई मेंसुकून का समान ढूंढता हूं खुद की गहराई मेंमुझसे मिलो तो मेरी कैफियत न पूछना कौन रखता है दर्द का हिसाब जुदाई में
कभी जमीं तो कभी फलक देखता हैमैं तेरे सामने हूं तू क्या देखता हैइन लहरों पे कभी ठहराव न आएगामैं किनारे पे हूं, तू समुंदर देखता है -
कभी जमीं तो कभी फलक देखता हैमैं तेरे सामने हूं तू क्या देखता हैइन लहरों पे कभी ठहराव न आएगामैं किनारे पे हूं, तू समुंदर देखता है
हर अदा पे आपकी, फरमाइश है मेरीहर अदा मेरे लिए हो, यही ख्वाइश है मेरी -
हर अदा पे आपकी, फरमाइश है मेरीहर अदा मेरे लिए हो, यही ख्वाइश है मेरी