जख्मों को.. सिलने का.. अब मन नही करता ।। जो आँखे.. कर जाती हैं ..वो दर्पण नही करता।। -
जख्मों को.. सिलने का.. अब मन नही करता ।। जो आँखे.. कर जाती हैं ..वो दर्पण नही करता।।
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पता नही इस बात पे आखिर कितना सही हूँ मैं । पर तुमसे जुदा होने का कभी सोचता नही हूँ मैं ।। -
पता नही इस बात पे आखिर कितना सही हूँ मैं । पर तुमसे जुदा होने का कभी सोचता नही हूँ मैं ।।
मुझसे दूर होके भी तो मेरे पास में रहता है तु अब किस कारण किसी काश में रहता है -
मुझसे दूर होके भी तो मेरे पास में रहता है तु अब किस कारण किसी काश में रहता है
तमाम कमियां एक साथ में खत्म होती गयीएक मोहब्बत हर मर्ज की मरहम होती गयी -
तमाम कमियां एक साथ में खत्म होती गयीएक मोहब्बत हर मर्ज की मरहम होती गयी
सब कुछ ठीक रहने से बातों तक फिर कहने से मुझे तुम यूँ ही सुंदर लगती हो मुझे मतलब नहीं तेरे गहने से -
सब कुछ ठीक रहने से बातों तक फिर कहने से मुझे तुम यूँ ही सुंदर लगती हो मुझे मतलब नहीं तेरे गहने से
सदियों से जिसे देखा नही बात उससे हो जाए कही -
सदियों से जिसे देखा नही बात उससे हो जाए कही
क्या खबर है उसेवो अपने खबर में हैनंबर पास में है उसका और वो नजर में हैदुरी रोज बढ़ती है कम नही हो रहीसुना है की वो रहतीदिनारा शहर में हैकिस बात की खुशी किस बात के मंजर में है वो कहीं और नही मेरे दिल के घर में है -
क्या खबर है उसेवो अपने खबर में हैनंबर पास में है उसका और वो नजर में हैदुरी रोज बढ़ती है कम नही हो रहीसुना है की वो रहतीदिनारा शहर में हैकिस बात की खुशी किस बात के मंजर में है वो कहीं और नही मेरे दिल के घर में है
खुद को बदलने की जिद में खुद ही मतलबी मत बनोतुम अपना समझो सबको यूँ अजनबी मत बनो -
खुद को बदलने की जिद में खुद ही मतलबी मत बनोतुम अपना समझो सबको यूँ अजनबी मत बनो
कसम तो थी साथ निभाने की नसीहत मिली मोहब्बत भुलाने की फिर मैंने कहा की चले जाओ पर कीमत बताओ लौट आने की -
कसम तो थी साथ निभाने की नसीहत मिली मोहब्बत भुलाने की फिर मैंने कहा की चले जाओ पर कीमत बताओ लौट आने की
नाव से दरिया पार करके किसने तैरना सीखा है मेहनत बताता है साहब किस्मत में क्या लिखा है -
नाव से दरिया पार करके किसने तैरना सीखा है मेहनत बताता है साहब किस्मत में क्या लिखा है