🌼। मैं और तुम ।🌼
जो चल रहा है साथ मेरे ,वो तुम हो
जो रुक गई है साथ तुम्हारे, वो में हूं!
आवाज़ दे रहा जो हर पल मुझे ,वो तुम हो
ख़ामोश है जो तुम में कहीं, वो में हूं!
सुकून बनकर ठहरा है जो , वो एक स्थिरता ,तुम हो
जिससे तुम अनजान हो अभितक,वो एक जिक्र , मै हूं!
इस ख़्वाब सी जिंदगी में, एक हकीकत तुम हो
तुम्हारे हकीकत से परे, एक ख़्वाब मै हूं!
महसूस हो रहा है मुझे अब,
मुझमें मुझसे ज्यादा तुम्हारा होना!
और तुम्हे शायद खबर नहीं
तुम्हारा तुमसे ज्यादा मुझमें जीना!
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