Kavya sharma   (Kavya sharma ❤)
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Joined 10 August 2020


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Joined 10 August 2020
22 AUG 2021 AT 1:14

Mahak uthta hai din mera
Jab tujhe apne honto se lagate hain
log to bas isse adat aur nasha kahte hain
Issi chai ke naam ko to hum zindagi me maza kahte hain

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28 JUL 2021 AT 2:14

कल रात तुम ख्वाब में कुछ इस कदर आए
की चाँद भी जल सुरज हो गया

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21 JUN 2021 AT 22:09

लोग कहते है गम नहीं है मेरे सीने में
की लोग कहते है गम नहीं है मेरे सीने में
गम पर पर्दा कर रहा है बस मज़ा आ रहा जीने में
आज कल के वक्त मैं कौन किसका दर्द समझता है
यहाँ तो अपनों को भी बदलते हुए देखा है
एक बात देखी है ये
दुनिया दर्द में ताना कश्ती है
यही ही हकिकत है
ये देख कर दुनिया हस्ती है
ये देख कर दुनिया हस्ती है

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21 JUN 2021 AT 0:40

हमारा प्यार यूँ आधार न रहते
की हमारा प्यार यूँ आधार न रहते
अगर तेरे मेरे बीच ये ज़माना न रहते

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14 JUN 2021 AT 2:11

तेरी यादों में उलझता सा जा रहा हूँ
की तेरी यादों उलझता सा जा रहा हूँ
और तेरी याद में खुद को खोता सा जा रहा हूँ .......

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14 JUN 2021 AT 1:58

तेरी याद मुझे क्यों सता रही है
की याद आज मुझे इतना क्यों सता रही है
मैं जितना ही तेरी यादों से दूर जाती हूँ वो उतना ही मेरे और करीब आ रही है

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11 JUN 2021 AT 23:51

न तो ये दूरी होती तो आज मैं
तुम्हारी और सिर्फ मेरा होता!

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11 JUN 2021 AT 23:40

तेरा इंतज़ार अब भी होगा
की तेरा इंतज़ार अब भी होगा
मगर तुझे प्यार अब दुबारा न होगा!

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8 JUN 2021 AT 20:35

तुम्हारी याद जब भी आती है मेरा कुछ वक्त चुराती है आँख नम करती है और चली जाती है और यादों का क्या है याद तो आती ही है!

देख जब भी तेरा मुस्कुराता हुआ चेहरा मेरे चेहरे पर भी एक प्यारी सी मुस्कान आई है
हाँ वो तुम ही हो जिसकी मुझे याद आई है

पर तुम गए ही तो आपने उन यादों को भी साथ ले जाते क्यों ये लौट कर बार बार आती है
जब भी आती है एक नयी बात साथ लती है और बात मेरी खानी बन जाती है
अब कुछ यूँ है मेरी हर खानी का किस्सा भी और हिसा भी अब तुम ही होते हो याद इतने आते हो खानी चाहे किसी की भी हो आखिर में तुम ही होते हो

हो भी क्यों न तुझको अपनी धड़कन मैं बसाया है
और धड़कन को भला कौन भुला है

और तेरी यादों के चाकर में हमने उस चाँद से बेरा पल
ली जो मेरा न था हमने उस चाँद से अपनी चांदनी मांग ली
हम भी कितने नादाँ थे
और अब हाल कुछ यूँ है की आये चाँद मत चमका कर इतना तेरी चांदनी मुझे सताती है तुझे चमकता हुआ देख मुझे आपने यार की याद आती है

हाँ तुम ही हो किसके साथ मैंने जाने की कसम खाई है........





















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24 MAY 2021 AT 13:49

गैरों से कह तुमने
गैरों से से सुना तुमने
कुछ हमसे कहा होता
कुछ हमसे सुना होता.......

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